एसआईटी जांच में हरदोई में 16 शिक्षक फर्जी, बीएसए ने दिया नोटिस

  • शिक्षा विभाग के मन्नाभाइयों पर होगी एफआईआर रिकवरी
  • आगरा विश्वविद्यालय के अभिलेख लगाकर पाई है नौकरी
  • फ़र्ज़ी अंकतालिका लगाकर नौकरी कर रहे 16 शिक्षको को सेवा समाप्ति की नोटिस
  • डॉ भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी आगरा से 2005 में जारी डिग्री पर एसआईटी कर रही थी जांच
  • हरदोई जिले से 265 शिक्षकों की लिस्ट भेजी गई थी जांच के लिए

                  एसआईटी की जांच में फर्जी शिक्षकों की परतें लगातार खुलती जा रही है।एसआईटी की जांच में हरदोई के 16 प्राथमिक शिक्षकों के फर्जी प्रमाण पत्रों और दस्तावेजों के जरिये नौकरी पाने की बात सामने आई है।एसआइटी टीम के निरीक्षक ने जब शिक्षा विभाग के अधिकारियों से शिक्षकों के दस्तावेज मांग कर जांच शुरू की तो मामला सामने आया।बीएसए ने 16 शिक्षकों को नोटिस जारी किया है।बीएसए ने बताया कि अगर मामला सही पाया गया तो सेवा समाप्ति के साथ वेतन रिकवरी व एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।वही बीएसए ने स्कूलों से गायब रहने वाले एक प्राचार्य समेत 29 शिक्षकों का वेतन व वेतन वृद्धि भी रोंका दी है।
               एसआईटी ने हरदोई जिले से 265 शिक्षकों की लिस्ट जांच के लिए भेजी थी जिसके तहत ऐसे शिक्षकों की लिस्ट तैयार कर शिक्षा विभाग को भेजी है, जिनके दस्तावेज फर्जी हैं।लिस्ट के अनुसार किसी शिक्षक की बीएड की डिग्री फर्जी है तो किसी के शैक्षिक दस्तावेज और नियुक्ति पत्र फर्जी हैं।कई शिक्षकों के जाति और निवास प्रमाणपत्र भी फर्जी हैं।एसआईटी की निशानदेही पर शिक्षा विभाग ने खंड शिक्षा अधिकारियों को ऐसे शिक्षकों के नाम भेजकर उनके दस्तावेज कब्जे में लेकर कार्रवाई के निर्देश दिए जिसके बाद मामले का खुलासा हो सका कि डॉ भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी आगरा से 2005 में जारी डिग्री में गड़बड़ी की गई है।
             वही बिना सूचना विद्यालय से गायब रहने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने खंड शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट पर प्रधानाध्यापक समेत 29 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनका एक दिन वेतन व मानदेय रोक दिया है। उन्होंने बताया कि नियमित स्कूल न जाने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं को चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।बेसिक शिक्षा अधिकारी मसीहुज्जमा सिद्दीकी ने बताया कि निरीक्षण में गैर हाजिर शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक के खिलाफ कार्रवाई की है।बीएसए ने बताया कि जिन 16 मुन्ना भाई शिक्षकों को नोटिस दिया गया है और उनसे जवाब मांग गया है अगर मामला सही पाया गया तो सेवा समाप्ति के साथ वेतन रिकवरी व एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।इस कार्यवाही से विभाग में हड़कम्प की स्थिति है।