भारत और फलीस्तीन के बीच आज सूचना प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य और कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में आपसी सहयोग के पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत यात्रा पर आए फलीस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास के बीच नई दिल्ली में बातचीत के बाद इन पर हस्ताक्षर किए गए।
दोनों देशों ने इस बात पर सहमति व्यक्त की, कि पश्चिम एशिया की समस्या सतत राजनीतिक बातचीत और शांतिपूर्ण प्रयासों से ही हल की जा सकती है। श्री महमूद अब्बास के साथ शिष्टमंडल स्तर की बातचीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि भारत, फलीस्तीन मुद्दे के समग्र समाधान के लिए इजरायल और फलीस्तीन के बीच जल्दी ही बातचीत शुरू होने की आशा करता है । प्रधानमंत्री ने कहा कि श्री अब्बास के साथ वार्ता के दौरान पश्चिम एशिया क्षेत्र की स्थिति और वहां शांति प्रक्रिया के प्रयासों पर व्यापक चर्चा की गई। श्री मोदी ने कहा कि भारत और फलीस्तीन के संबंध एकजुटता और मैत्री की मजबूत बुनियाद पर टिके हैं। उन्होंने कहा कि भारत फलीस्तीन के विकास में एक बड़ा साझेदार बनने के लिए प्रतिबद्ध है। फलीस्तीन के राष्ट्रपति ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फलीस्तीन के मुद्दे पर समर्थन देने के लिए भारत का आभार व्यक्त किया और कहा कि भारत इस मामले में सबसे ज्यादा सहयोग कर रहा है। उन्होंने हर रूप और हर स्तर पर आतंकवाद की निंदा की।