एक अतीव रहस्य-रोमांचपूर्ण मैच मे भारत ने श्रीलंका को पराजित कर दिखाया

भारतीय दल ने श्रीलंका मे आयोजित तीसरे टी-२० क्रिकेट मैच मे अत्यन्त प्रभावहीन प्रदर्शन करते हुए,२० ओह्वरोँ मे मात्र १३७ रन बनाये थे; श्रीलंका को जीत के लिए १३८ रन बनाने थे, जबकि वह २० ओह्वरोँ मे केवल १३७ रन बना सका था। इसप्रकार मैच सुपर ओह्वर मे पहुँच गया था; परन्तु श्रीलंका मात्र दो रन बना सका।

भारत को ‘सुपर ओह्वर’ मे जीतने के लिए मात्र तीन रन बनाने थे। सूर्यकुमार यादव और शुभमन गिल खेलने के लिए आये। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए, कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पहली ही गेंद को सीमा-पार भेजते हुए, ४ रन बनाकर तीसरा मैच जीत लिया, साथ ही शृंखला भी ३-० से जीत ली है।

अन्तिम के ओह्वरोँ मे रिंकू सिंह को जब उन्नीसवेँ ओह्वर मे गेंदबाज़ी के लिए लाया गया था तब अजीब लग रहा था; परन्तु रिंकू ने अपने उसी ओह्वर मे दो श्रीलंकाई बल्लेबाज़ोँ को आउट (३ रन देकर २ विकेट) कर दिखाया। इतना ही नहीँ, कप्तान सूर्यकुमार यादव ने अन्तिम ओह्वर मे दो विकेट (५ रन देकर २ विकेट) लेकर सबको चौँका दिया। इसप्रकार जो मैच श्रीलंका लगभग जीत चुका था, वह ‘सुपर ओह्वर’ मे पहुँचा। पहला ‘सुपर ओह्वर’ खेलते हुए, श्रीलंका के दोनो बल्लेबाज़ोँ को ‘प्लेयर ऑव़ द मैच’ का पुरस्कार-प्राप्त वाशिंगटन सुन्दर ने २ रनो के भीतर ही पैवेलियन भेज दिये थे। भारतीय दल के लिए जीतना बहुत आसान था; अन्तत:, पहले बल्लेबाज़ी करते हुए, सूर्यकुमार यादव ने पहले ओह्वर की पहली गेंद पर चौका लगाकर मैच जीत लिया।

(सर्वाधिकार सुरक्षित– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय; प्रयागराज; ३१ जुलाई, २०२४ ईसवी।)