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विश्वकप के लीग मैच मे भारत ने लगातार नौवाँ मैच जीता

भारत ने आज (१२ नवम्बर) बंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम मे खेले गये विश्वकप-क्रिकेट के अपने अन्तिम लीग मैच मे (राउण्ड-अप् मैच) नीदरलैण्ड्स को १६० रनो से पराजित कर, अपना लगातार नौवाँ मैच जीत लिया है। अब वह १५ नवम्बर को सेमी फ़ाइनल मे न्यूज़ीलैण्ड से भिड़ेगा। जब भारत नीदरलैण्ड्स के विरुद्ध बल्लेबाज़ी कर रहा था तब तक तो गम्भीर दिख रहा था; किन्तु क्षेत्ररक्षण करते समय वह अपने दायित्व के प्रति मात्र २५ प्रतिशत सजग लग रहा था। आप इसी से समझ लें कि आज भारत के कुल ९ खेलाड़ियों ने गेंदबाज़ी की थी, जिनमे ५ प्रमुख गेंदबाज़ों के अतिरिक्त विराट कोहली, शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव तथा रोहित शर्मा ने भी गेंदबाज़ी की थी, यद्यपि विराट और रोहित ने १-१ विकेट लिये थे। यदि यही करना था तो सूर्यकुमार यादव की जगह पर श्रेयस अय्यर से गेंदबाज़ी करानी थी; क्योंकि अन्य गेंदबाज़ों की तुलना मे सूर्यकुमार की गेंदबाज़ी बचकानी दिख रही थी।

इस मैच मे जसप्रीत बुमराह के अलावा भारत के दोनो तेज़ गेंदबाज़ (मो० सिराज और मो० शामी) असरकारी नहीं दिखे। सिराज ने एक और शामी ने दो कैच भी छोड़े थे। कैच लेते समय सिराज की गरदन मे चोट भी आयी थी। दोनो स्पिनरों (रवीन्द्र जडेजा और कुलदीप यादव) की गेंदबाज़ी कुछ ओह्वरों तक प्रभावकारी दिख रही थी, जो आगे चलकर असरहीन रही।

इस मैच मे विकेटरक्षक के० एल० राहुल ने विश्वकप मे भारत की ओर से सर्वाधिक तेज़ शतक (६२ गेंदों मे १०० रन) बनाया था और जानदार विकेट-रक्षण भी किया था। भारत की ओर से श्रेयस अय्यर और के० एल० राहुल-द्वारा बनाये गये शतक जीत के मुख्य कारण रहे। भारत की ओर से आरम्भिक शतकीय साझेदारी (रोहित शर्मा-शुभमन गिल) प्रभावकारी रही।

नीदरलैण्ड्स के बल्लेबाज़ों ने आरम्भिक और माध्यमिक बल्लेबाज़ी करते हुए, अपना कौशल-प्रदर्शन किया था। चूँकि पिच आसान खेल रही थी और बल्लेबाज़ों के लिए सहायक रही इसलिए भारत और नीदरलैण्ड्स के खेलाड़ी आसानी से छक्के-चौके लगा रहे थे, जिसका परिणाम था कि भारतीय दल ने ५० ओह्वरों मे ४ विकेटों पर ४१० से अधिक रन बना लिये थे, जबकि ४७.५ ओह्वरों मे ही नीदरलैण्ड्स के सभी खेलाड़ी २५० रन बनाकर आउट हो चुके थे; वहीं यदि भारतीय दल की कुल रनसंख्या ३०० के लगभग रही होती तो नीदरलैण्ड्स जीत सकता था, इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता।

(सर्वाधिकार सुरक्षित― आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज; १२ नवम्बर, २०२३ ईसवी।)