भारतीय महिला-क्रिकेटदल ने दक्षिणअफ़्रीका-दल को नौ विकेटों से पराजित किया

★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय
आज (९ मार्च) का दिन भारतीय आरम्भिक बल्लेबाज़ स्मृति मन्धाना के नाम रहा, जिन्होंने अविजित रहते हुए, १० चौकों और ३ छक्कों की सहायता से केवल ६४ गेंदों में ८० रन का योगदान किया था, जबकि उनकी सहयोगी बल्लेबाज़ पूनम राउत ने भी अर्द्धशतक पूर्ण करते हुए, ८९ गेंदों में ८ चौकों की सहायता से अविजित ६२ रनों का योग दिया था, जिसके कारण भारत ने दक्षिणअफ़्रीका को ९ विकेटों से पराजित करते हुए, पाँच मैचों की शृंखला १-१ से बराबर कर ली है। उन दोनों बल्लेबाज़ों के बीच दूसरे विकेट के लिए १३८ रनों की भागीदारी हुई थी।

आज ‘अटलबिहारी वाजपेयी क्रिकेट स्टेडियम’, लखनऊ में खेले गये पाँच मैचों के सीमित ओवर (५० ओवर) के दूसरे एकदिवसीय अन्तरराष्ट्रीय मैच में टॉस जीतकर भारतीय कप्तान मिताली राज ने पहले क्षेत्ररक्षण करने का निर्णय किया। इस प्रकार पहले बल्लेबाज़ी करते हुए, दक्षिणअफ़्रीकी दल भारत की अनुभवी तीव्र गे़दबाज़ झूलन गोस्वामी की गेंदबाज़ी के सम्मुख निरुपाय दिख रहा था। झूलन ने दक्षिणअफ़्रीका की चार खिलाड़ियों को पैवेलियन के रास्ते दिखा दिये थे, जबकि राजेश्वरी गायकवाड़ ने ३ विकेट झटके थे। इस प्रकार दक्षिणअफ़्रीका की सभी खिलाड़ी ४१ ओवरों में ही १५७ रन बनाकर आऊट हो चुकी थीं। भारतीय दल की गे़ंदबाज़ी और क्षेत्ररक्षण प्रभावकारी रहे। १५८ रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए, भारतीय बल्लेबाज़ों ने मात्र २८.४ ओवरों में १ विकेट पर १६० रन बनाते हुए, प्रथम मैच में दक्षिणअफ़्रीका से मिली करारी हार का हिसाब चुकता कर दिया है।

तीसरा मैच १२ मार्च को इसी मैदान पर खेला जायेगा।
उल्लेखनीय है कि भारतीय बल्लेबाज़ स्मृति मन्धाना ने अपने एकदिवसीय खेल में निर्धारित लक्ष्य का पीछा करते हुए, लगातार दस बार अर्द्धशतक बनाया है, जो ऐसा प्रदर्शन करनेवाली महिला-पुरुष खिलाड़ियों में विश्व की प्रथम बल्लेबाज़ बन चुकी हैं।

● चित्र-विवरण– लक्ष्य का पीछा कर, दसवाँ अर्द्धशतक बनाते ही स्मृति मन्धाना महिला-पुरुषवर्गों में विश्व की प्रथम बल्लेबाज़ का कीर्तिमान् स्थापित करते हुए।

(सर्वाधिकार सुरक्षित– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज; ९ मार्च, २०२१ ईसवी।)