भारत-श्रीलंका प्रथम टी०-२० क्रिकेट मैच के अन्तिम ओवर का चरित्र देखते ही बन रहा था!

◆ अन्तत:, भारत को दो रनो से जीत मिली

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

आज (३ जनवरी) मुम्बई के वानखेडे स्टेडियम मे भारत-श्रीलंका के बीच गेंद और बल्ले का रोमांस और रोमांच देखते भी बन रहा था। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए, भारत के मुख्य बल्लेबाज़ शुभमन गिल, ईशान किशन, सूर्यकुमार यादव, संजू सैम्सन तथा हार्दिक पण्ड्या की बल्लेबाज़ी उस स्तर की नहीं दिखी थी, जिसके लिये वे जाने-माने जाते रहे हैं। वे सभी ग़लत शॉट खेलने के कारण आउट हुए थे।

दीपक हुड्डा और अक्षर पटेल की जोड़ी ने ही भारत को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुँचाया था। दीपक को ‘प्लेयर ऑव़ द मैच’ का पुरस्कार दिया गया। श्रीलंका के तीव्र और स्पिन गेंदबाज़ी जानदार बनी रही। श्रीलंका के तीक्ष्णा ने आरम्भिक जोड़ी को तोड़कर मैच मे अपने दल को ला दिया था।

◆ भारत के तीव्रतम गेंदबाज़ उमरान ख़ान-द्वारा वानखेडे स्टेडियम मे १५५ की गति मे फेंके गये गेंद ने श्रीलंका के कप्तान को जैसे ही पैवेलियन की ओर भेजा, भारत की जीत बलवती हो गयी थी। उमरान ख़ान ने नियंत्रित गति के साथ कसी हुई विविधतापूर्ण गेंदबाज़ी की थी। यद्यपि भारतीय स्पिन गेंदबाज़ असरकारी न रहे तथापि तीव्र गेंदबाज़ अपना असर दिखाते रहे।

अन्तरराष्ट्रीय मैच मे पहली बार प्रदर्शन करते हुए, तीव्र गेंदबाज़ शिवम मावी ने अपने ४ ओवरों मे २२ रन देकर भारत के लिए सर्वाधिक ४ विकेट ले लिये थे। उनका प्रदर्शन शानदार रहा। भारतीय कप्तान हार्दिक पण्ड्या ने ३ ओवरों मे १२ रन लिये थे और उनका एक ओवर बचा हुआ था, फिर भी मैच का अन्तिम ओवर अक्षर पटेल को देकर जो जोखिम उठाया, वह बेशक, ग़लत था।

मैच के अन्तिम ओवर तक साँस थमी हुई थी और आख़िरी गेंद की हरकत पर सबकी निगाहें स्थिर हो गयी थीं; अन्तत:, भारत ने मात्र २ रनो से इस मैच को जीतकर शृंखला मे १-० से अपनी बढ़त बना ली है।

भारत ने १६२ रन बनाये थे, जबकि श्रीलंका ने १६० रन।

(सर्वाधिकार सुरक्षित– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज; ३ जनवरी, २०२३ ईसवी।)