छद्म धर्मनिरपेक्षता से देशवासी दहशत में

राघवेन्द्र कुमार :राघव”


जम्मू कश्मीर के बिगड़ते हालातों से हर आमोखास गमज़दा है । अलगाववादी दोगले नेताओं और उनके समर्थकों से भारत बेजार है । किन्तु राजनैतिक पंगुता और छद्म धर्मनिरपेक्षता से देशवासी दहशत में हैं । जब भी सीमा पार से कोई गीदड़ कभी भी भारत के विरोध में हुआ-हुआ करता है, यहाँ के गीदड़ भी हुआ-हुआ करने लगते हैं । मजबूत इच्छाशक्ति वाला प्रधानमन्त्री पाकर भारत यह सोचने लगा था कि शायद उसे आधुनिक राक्षसों से मुक्ति मिल जाएगी । लेकिन दुर्भाग्य भारत का वह वीर केवल बयान वीर निकला । आए दिन घाटी में अपना खून बह रहा है । शेरों को पिंजरे में बन्द देखकर गीदड़ घाव दे रहे हैं । आखिर कब तक ? प्रतिबन्धों से क्या कभी कोई आतंकी सुधरा है… आतंकी को आतंकी साबित करने की नही अपितु साफ करने की जरूरत है । बिना कीचड़ साफ किए स्वच्छता नहीं आने वाली । बिना कीड़ों को मारे बीमारी नहीं जाने वाली ।