हरदोई में राजीव गांधी विद्युतीकरण के घोटाले की शुरु हुई जांच, जांच शुरू होते ही दागी अफसरों में मचा हड़कंप

पावर कारपोरेशन रिलायंस द्वारा वर्ष 2004 से 2008 तक राजीव गांधी विद्युतीकरण में प्रदेश भर में 1600 करोड़ के घोटाले का मामला आया था सामने

प्रदेश भर में राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना में घोटाले की जांच शुरू होने से विभागीय अफसरों में खलबली मच गई है ऐसे में हरदोई में भी एक टीम ने दो ब्लाकों के 15 गांवों में जांच की है जिसके बाद जिले में हड़कंप की स्थिति है।
हरदोई में सतर्कता अधिष्ठान विद्युत की टीम ने दो ब्लॉकों के 15 गांवों में विद्युतीकरण की जांच की।टीम के द्वारा की गई जांच में भारी गड़बड़ी सामने आई है।हालांकि टीम ने कैमरे के सामने कुछ भी बताने से इंकार किया है लेकिन यह जरूर कहा है कि जांच रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। बता दें कि पावर कारपोरेशन ने रिलायंस के द्वारा वर्ष 2004 से 2008 तक राजीव गांधी विद्युतीकरण में प्रदेश भर में काम कराया था।जिसमे 1600 करोड़ का घोटाला सामने आने पर जनपद वार टीमें गठित की गई हैं।हरदोई जिले के 19 ब्लॉकों की जांच सतर्कता अधिष्ठान विद्युत इंस्पेक्टर रामविलास यादव और हेडकांस्टेविल अशोक सिंह को सौंपी गई।
टीम ने शाहाबाद के सकरौली, बूटामऊ, नागामऊ, बगौड़ा व नेस्यौली गोपाल में कराए गए विद्युतीकरण की जांच की। टीम ने ग्रामीणों से विद्युत पोल, तार, ट्रांसफार्मर आदि की विस्तृत जानकारी ली। इसके बाद टीम के सदस्य बावन ब्लॉक पहुंचे। यहां पर हसनापुर, दुलारपुर, उदयपुर, अचौली आदि गांवों में विद्युतीकरण कार्य देखा।टीम प्रभारी ने बताया कि जनपद स्तर पर कितने का घोटाला हुआ है अभी साफ नहीं है यहां पर भी कई गड़बड़ियां सामने आ रही है। टीम को सभी ब्लॉकों की जांच करनी है।यह भी बताया कि शाहाबाद के एक गांव पहुंचे थे, वहां पर ग्रामीणों ने बताया कि छह माह पूर्व जेई ट्रांसफार्मर उतार ले गए हैं। गांव में दूसरा ट्रांसफार्मर अभी तक नहीं लगाया गया है। दूसरे गांव के ट्रांसफार्मर से बिजली जोड़ी गई है। टीम जनपद में पहुंची, लेकिन इसकी भनक किसी को नहीं लगी। टीम के वापस जाने के बाद अफसरों ने राहत की सांस ली।