साहित्यकार कल्याण कोष व प्रकाशन अनुदान योजना के प्रस्ताव आमंत्रित

            निदेशक, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, लखनऊ ने अवगत कराया है कि साहित्यकार कल्याण कोष योजना के अन्तर्गत विषम आर्थिक स्थितिग्रस्त या रूग्ण साहित्यकारों को जिनकी वार्षिक आय समस्त स्रोतों से रू0- पांच लाख से अधिक न हो उन्हें पचास हजार तक अनावर्तक चिकित्सा हेतु आर्थिक सहायता दी जायेगी। इसके साथ ही प्रकाशन अनुदान योजना के अन्तर्गत ऐसे रचनाकारों को जिनकी वार्षिक आय समस्त स्रोतो से रू0- पांच लाख तक हो और उनकी पाण्डुलिपि के मुद्रण के लिए प्रकाशन अनुदान प्रदान करने हेतु प्रस्ताव आमंत्रित है तथा पुस्तक अधिकतम 200 पृष्ठों की ही हों।
         उन्होंने कहा है कि दोनों योजनाओं की नियमावली एवं आवेदन पत्र का प्रारूप संस्थान कार्यालय, लखनऊ से किसी भी कार्य दिवस में प्राप्त किया जा सकता है और प्रार्थना पत्र संस्थान में जमा करने की अन्तिम तिथि 30 जून 2018 है तथा योजनाओं के विवरण एवं प्रार्थना पत्र का प्रारूप संस्थान की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।