● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय
आइ० पी० एल०-फ़ाइनल-मैच मे आख़िरी के कुछ ओह्वर बेहद रोमांचक रहे; पलड़ा कभी ‘गुजरात टाइटंस’ की ओर तो कभी ‘चेन्नई सुपर किंग्स’ की ओर झुकता रहा; अन्तत:, अन्तिम ओह्वर के दो गेंदों ने वह कर दिखाया, जिसकी उम्मीद लगभग समाप्त हो चुकी थी। ‘गुजरात टाइटंस’ के धारदार गेंदबाज़ मोहित शर्मा की गेंदबाज़ी अन्तिम दो गेंदों मे ऐसी फिसली कि ‘चेन्नई सुपर किंग्स’ इस वर्ष का आइ० पी० एल०-चैम्पियन बन गया।
चैम्पियन बनने के लिए दो गेंदों मे १० रन बनाने थे। रवीन्द्र जडेजा बल्लेबाज़ी कर रहे थे। उन्होंने मैच के अन्तिम ओह्वर के पाँचवें गेंद पर छक्का और अन्तिम गेंद पर चौका लगाकर अकल्पनीय जीत ‘चेन्नई सुपर किंग्स’ की झोली मे डाल दी थी। इस प्रकार ५ विकेटों से पराजित करनेवाले ‘चेन्नई सुपर किंग्स’ की यह पाँचवीं विजय है।
हार्दिक पटेल और राशिद ख़ाँ ने यदि महँगे ओह्वर नहीं किये होते तो ‘गुजरात टाइटंस’ ही चैम्पियन बनता।
बहरहाल, विजेता ‘चेन्नई सुपर किंग्स’ और उपविजेता ‘गुजरात टाइटंस’ के समस्त खेलाड़ियों ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। सभी बधाई के पात्र हैं।
(सर्वाधिकार सुरक्षित― आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज; ३० मई, २०२३ ईसवी।)