‘एन० डी० ए०’ का एक बार फिर से सरकारगठन करने का स्वप्न चूर-चूर होता दिखता हुआ!

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

लोकसभा– २०२४ के चुनाव-परिणाम का पूर्वानुमान इस प्रकार है :–
यदि आज चुनाव होता है तो―
कुल सीटों की संख्या :– ५४३।
● इण्डिया :– ३०० से ३२५ सीटें।
● एन० डी० ए :– १७५ से १८५ सीटें।
● अन्य :– ३० से ४० सीटें।

परिणाम के मुख्य आधार हैं :–
◆ राहुल गान्धी की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा का प्रभाव, मोदी-सरकार-द्वारा अनुचित और अप्रत्याशित तरीक़े से राहुल गान्धी की संसद्-सदस्यता का अपहरण कराना और अन्यान्य कुनीतियों का सहारा लेकर राहुल को अपमानित करना, फलस्वरूप राहुल गान्धी की अकस्मात् बढ़ती लोकप्रियता, नरेन्द्र मोदी के समानान्तर राहुल-प्रभाव का सुस्पष्ट दिखना। कर्नाटक-चुनाव मे भारतीय जनता पार्टी की बहुत बुरी पराजय का सामने आना।
◆ सभी राज्यों और केन्द्र-शासित क्षेत्रों की आन्तरिक स्थितियों-परिस्थितियों का अध्ययन।
◆ ‘किंग मेकर’ कहलानेवाले राज्य ‘उत्तरप्रदेश’ से बुल्डोजर बाबा की अतिवादी नीतियों के चलते उनके जनाधार का लगातार खिसकते रहना।
◆ उत्तरप्रदेश, पश्चिमबंगाल, महाराष्ट्र, बिहार, झारखण्ड, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, पंजाब, हिमाचलप्रदेश, दिल्ली, दक्षिणभारत के लगभग सभी राज्यों तथा बहुसंख्य केन्द्रशासित क्षेत्रों मे ‘इण्डिया’ के पूरी तरह से दिख रहे प्रभाव का अध्ययन।
◆ मोदी-सरकार की वर्ष २०१४ से अब तक की एकाधिकार शासन-नीति का अध्ययन।
◆ जातीय समीकरण का तुलनात्मक अध्ययन।
◆ अल्पसंख्यकों का ‘मोदी ऐण्ड कम्पनी’ से मोहभंग होना।
◆ ‘साइलेण्ट वोटर’ का झुकाव ‘इण्डिया’ की ओर होना।
◆ मोदी-सरकार मे व्याप्त कलह का अध्ययन।
◆ विभिन्न राज्यों मे परिव्याप्त महँगाई, बेरोज़गारी, अपराध, गुण्डागर्दी, पुलिस-प्रशासन की अकर्मण्यता तथा भ्रष्टाचार के विरुद्ध जन-असंतोष और आक्रोश का अध्ययन।
◆ ‘मोदी ऐण्ड कम्पनी’ के प्रति जनता मे बढ़ता आक्रोश, उसकी कथनी-करनी मे अन्तर, उसकी मानवीय संवेदनहीनता, सफ़ेद झूठ बोलने का स्वभाव और संस्कार, नारी-मर्यादा का हनन, अपराधियों को यथाशक्य प्रश्रय देने की नीति, धर्म के नाम पर देश मे अराजक और आतंकी वातावरण; असंतुलित अर्थनीति, गृहनीति, रक्षानीति तथा विदेशनीति का अध्ययन।
◆ भारतीय जनता पार्टी-शासित राज्यों के विधायकों-पूर्व-विधायकों, सांसदों तथा पूर्व-सांसदों का भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस मे जाना।
◆ इण्डिया मे सम्मिलित अति प्रभावकारी राजनेताओं का कुशल नेतृत्व एवं अपेक्षाकृत जनता मे उनकी गहरी पैठ, एकजुटता और सीटों के बँटवारे को लेकर सुस्पष्ट दृष्टिकोण।
◆ इण्डिया का ‘मोदी ऐण्ड कम्पनी’ को सत्तारहित करने के लिए कृत-संकल्पित होना।

(सर्वाधिकार सुरक्षित― आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज; २४ सितम्बर, २०२३ ईसवी।)