— आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

प्रयागराज के उस वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का पलक झपकते ही पद की तैनाती से बाहर करते हुए, प्रतीक्षारत कर दिया गया है। ऐसा इसलिए कि अनिरुद्ध पंकज नामक कर्त्तव्यपरायण पुलिस-अधिकारी का दोष यह था कि प्रयागराज में ६९ हज़ार भरती परीक्षा के अन्तर्गत एक ऐसे ‘रैकेट’ का पर्द:फ़ाश किया था, जिसने उक्त परीक्षा को विषाक्त बना दिया है। उस रैकेट में ‘भारतीय जनता पार्टी’ के नेतासहित कई माननीयगण फँसते नज़र आ रहे हैं। ऐसे में, उत्तरप्रदेश के मुख्यमन्त्री ने सत्यनिष्ठा के साथ काम करनेवाले अधिकारी को पुरस्कार देने की जगह दण्ड दिया है। निस्सन्देह, इससे योग्यता और कर्मठता के साथ काम करनेवाले अधिकारियों का मनोबल घटा है। यदि उस पुलिस-अधिकारी का दोष था तो उसे सार्वजनिक करें।
हमारा ‘मुक्त मीडिया’ शासन के इस एकपक्षीय और गर्हित निर्णय की भर्त्सना करता है।
(सर्वाधिकार सुरक्षित– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज; १६ जून, २०२० ईसवी)