युवावर्ग को राष्ट्रहित मे सामने आना होगा– जे० एन० मिश्र

राष्ट्रीय सेवा योजना, पी० जी० इकाई के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ० अजय शुक्ल के द्वारा प्रयागराज से त्रिदिवसीय पराक्रम दिवस, राष्ट्रीय बालिका दिवस तथा राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय आन्तर्जालिक बौद्धिक परिसंवाद आयोजित किया गया था, जिसमे बड़ी संख्या मे प्रबुद्धजन तथा स्वयंसेवक-स्वयंसेविकाओं की सक्रिय सहभागिता थी।

जे० एन० मिश्र

६ फरवरी को आयोजन के समापन अवसर पर नेहरू ग्रामभारती विश्वविद्यालय, प्रयागराज के कुलाधिपति जे० एन० मिश्र ने ५० स्वयंसेवक-स्वयंसेविकाओं-सहित समस्त सहभागियों को सम्मानपत्र प्रदान किया था। इस अवसर पर श्री मिश्र ने कहा कि मुझे आप सभी के उत्साह और अध्यवसाय को देखकर अति प्रसन्नता हो रही है। युवावर्ग को राष्ट्रहित मे सामने आना होगा। आप सभी को मैं आशीर्वाद देता हूँ।

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

भाषाविज्ञानी और समीक्षक आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित होते रहने चाहिए, ताकि विद्यार्थियों का बौद्धिक विकास होता रहे।

मनीष मिश्र

नेहरू ग्रामभारती विवि के सचिव मनीष मिश्र ने कहा कि मैं इस आयोजन की उपयोगिता और महत्ता से प्रभावित हूँ।

कुलसचिव एस० के० एम० यू०, दुमका डॉ० संजय कुमार सिन्हा ने कहा कि यह आयोजन युवावर्ग के लिए स्फूर्तिदायक रहा। डॉ० राजेश कुमार गर्ग, कार्यक्रम समन्वयक एन० एस० एस०, इ० वि० वि०, इलाहाबाद ने कहा कि इस तरह के प्रेरक कार्यक्रम प्रत्येक वि० वि० मे किये जाने चाहिए। प्रो० मेरी मारग्रेट टुडू, कार्यक्रम समन्वयक एन० एस० एस०, एस० एम० के० यू०, दुमका ने कहा कि डॉ० अजय शुक्ल के द्वारा आयोजित कार्यक्रम सराहनीय है। डॉ० अजय शुक्ल, कार्यक्रम पदाधिकारी पी० जी० इकाई-1, एस० के० एम० यू०, दुमका ने कहा कि आप समस्त गण्यमान्यजन और प्रिय स्वयंसेवक-स्वयंसेविकाओं के सहयोग से यह कार्यक्रम अपनी ऊँचाई तक पहुँच पाया है। हम सभी के प्रति आभारी हैं। डॉ० विनय कुमार सिन्हा, डीन/सहविभागाध्यक्ष, पी०जी० हिन्दी ने कहा कि मैं इस आयोजन से प्रभावित हूँ। इस अवसर पर डॉ० प्रकाश कुमार झा, डॉ० ब्रजेश कुमार, डॉ० संजीव कुमार, डॉ० रणजीत कुमार सिंह, डॉ० निर्मला त्रिपाठी आदिक ने अपने विचार व्यक्त किये। स्वयंसेवक-स्वयंसेविकाओं मे रवि फ्रांसिस मरांडी, मायकल टुडू, ख़ुशबू कुमारी, रीशू कुमारी, छीता किसकू, रोमा, शोभा, रंजीत, दिलीप, संजय सनातन, कृष्ण आदिक की भागीदारी रही।

कार्यक्रम का संचालन अभय मिश्र और डॉ० गुंजन त्रिपाठी ने किया।