बालामऊ वृहद गोशाला मे ग्राम प्रधान ने गोवंशों को माला पहनाकर पूजा करते हुए गुड़ व हरा चारा खिलाकर मनाया जन्माष्टमी पर्व

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व गोआश्रय स्थल के गोवंशों की पूजाकर, माला पहनाकर और गुड़ व हरा चारा खिलाकर मनाया गया। भगवान कृष्ण को गाय बहुत प्रिय थीं। इस आयोजन से संदेश दिया गया कि गाय व गोवंश की रक्षा सभी का उत्तरदायित्व है। गाय का दुग्ध व गोमूत्र उपयोगी होता है। गाय का दूध संपूर्ण आहार है।

वृहद गोशाला बालामऊ गांव में ग्राम प्रधान आलोक कुमार उर्फ विपिन ने गोवंशों को हरा चारा खिलाकर व माला पहनाकर जन्माष्टमी पर्व मनाया। क्षेत्र का यह गोशाला प्राकृतिक वातावरण में है। वृहद गोशाला में एक अच्छा तालाब है, कई पशु शेड हैं। हरे पेड़ हैं, गौवंशों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रयास किया जा रहे हैं। गाय के गोबर से मशीन द्वारा उपलें तैयार किया जा रहे हैं। जिससे आर्थिक लाभ भी हो रहा है। हमारा गाय का पुराना रिश्ता है। गाय को माँ का दर्जा दिया गया है। जिसके पौष्टिक दूध का सेवन शिशु से लेकर वृद्ध तक करते हैं। गोबर जैविक खेती के लिए काफी उपयोगी है, लेकिन वर्तमान समय में छुट्टा गोवंश ज्वलंत समस्या है। आम जनमानस व किसान छुट्टा गोवंश दोनों परेशान है, इस ज्वलंत समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा है, क्योंकि कृषि के आधुनिकीकरण के कारण गौवंशों का उपयोग नहीं रह गया हैं। जिसके कारण छुट्टा गोवंश वर्तमान समय में ज्वलंत समस्या बनी है।

इस अवसर पर ग्राम प्रधान आलोक कुमार उर्फ विपिन, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ० आशीष कुमार, अमित, राहुल, अजय मौर्य, विनय कुमार सिंह आदि गण्यमान्य लोग मौजूद रहे।