राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’–
हरदोई– बघौली के गीता मैरिज लॉन में हरदोई पत्रकार एसोसिएशन इकाई अहिरोरी की ओर से हिन्दी पत्रकारिता दिवस और पत्रकार सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह-संगोष्ठी के मुख्य अतिथि हरदोई पत्रकार एसोसिएशन के संरक्षक प्रशांत पाठक और मुख्य वक्ता अध्यक्ष सुधान्शु मिश्र रहे।
तापमान 45 डिग्री के पार और बिजली की आवाजाही के बीच गीता मैरिज लॉन, बघौली में पत्रकारों का यह समागम लिखने-पढनेवालों की दुनिया में छोटे कुंभ जैसा था। कार्यक्रम मे अतिथि-पीठ पर बैठा हुआ एक-एक पत्रकार अपने आप में एक संस्थान से कम अहम्मीयत नहीं रखता था। हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर आज मौका था नये पत्रकारों और पत्रकारिता की एक जिंदगी जी चुके पत्रकारों के बीच कुछ सीखने-सिखाने का। कार्यक्रम की शुरुआत मान्यता प्राप्त पत्रकार मनोज तिवारी के सम्बोधन के साथ हुई। श्री तिवारी ने कहा कि आज की पत्रकारिता बहुत ही दुष्कर है, इसको करते हुए एहतियात बरतने की जरूरत है। यदि जरा भी चूक हुई तो आप एक ऐसे दलदल में फंस जाएंगे जहाँ इज्जत कोई मायने नहीं रखती। आदर्श त्रिपाठी ने पीत पत्रकारिता की प्रकृति पर चर्चा की।
क्रांतिकारी पत्रकार बृजेश ‘कबीर’ की मंच पर उपस्थिति ही युवाओं में उत्साह का संचार कर रही थी। श्री कबीर की मौजूदगी पत्रकारिता के पथ पर आगे बढ़ने वालों की उत्सुकता को इस समय बढ़ते तापमान की तरह बढ़ा रही थी। बृजेश ‘कबीर’ की लेखनी अपने आप में अनूठी होने के साथ अद्भुत मारक भी है। वह पत्रकारीय सिद्धांतों से समझौता न करने वाले पत्रकारों में गिने जाते हैं। रिपोर्टिंग के हर आयाम में फिट बैठने वाले और समाज का सबसे ज्यादा विरोध झेलने वाले इस पत्रकार ने युवाओं को खबर मे गंभीरता और तथ्यों की पुष्टता के विषय मे समझाया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण पत्रकारों की चुनौती एकदम अलग तरह की होती है और सोशल मीडिया के प्रभाव के दौर मे काम करना और भी संवेदनशील मसला है, ऐसे मे सजगता और सतर्कता बहुत ज़रूरी है। संगठन के महामंत्री अरविंद तिवारी ने कहा कि पत्रकारिता आज के समय में काफी बदल चुकी है और हमें इसके मूल्यों को बरकरार रखते हुए आगे बढ़ना है।
संघटन के अध्यक्ष श्री सुधांशु मिश्र ने नये पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पत्रकारिता कोई खेल नहीं है। यह एक ऐसी दुनिया है जहाँ दिखता ज्यादा है लेकिन मिलता कम है। श्री मिश्र ने सोशल मीडिया की उपयोगिता के विषय मे भी युवा पत्रकारों को बताया। उन्होंने कहा कि हरदोई पत्रकार एसोसिएशन प्रामाणिक पत्रकारों का संघ है और रात-दिन हम आपके साथ हैं। लेकिन आपको भी याद रखना है कि आप जो भी करें वह पत्रकारिता के मूल्यों को क्षति न पहुंचाये। उन्होंने युवाओं से कहा कि पीत पत्रकारिता न कर समाज के उत्थान मे योगदान दें।
अब बारी थी जनपद के सर्वसम्माननीय पत्रकार प्रशांत पाठक की। श्री पाठक ने एक ही पंक्ति में बहुत कुछ कह डाला। उन्होंने कहा कि आज की पत्रकारिता मिशन नहीं प्रोफेशन है और प्रोफेशन प्रोफेशनल तरीके से ही किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमे लोकतन्त्र का चौथा स्तम्भ ऐसे ही नहीं कहा जाता है, इसके लिए अगणित पत्रकारों ने कुर्बानियां दी हैं। आज़ादी वह दौर था जब पत्रकारिता मिशन थी, लेकिन आज दूसरे पेशेवर क्षेत्र की तरह यह भी प्रोफेशनल है। यदि आप प्रोफेशनल नहीं है तो आप किसी भी कार्य में सफल नहीं हो सकते हैं। यही बात पत्रकारिता के क्षेत्र में भी लागू होती है। श्री पाठक ने कहा सूत्र दिया कि पैसा कमाने पर कोई मनाही नहीं है, लेकिन अपना काम ईमानदारी और संयम से करें और पत्रकारिता के सामान्य मूल्यों को जरूर ध्यान में रखें। आज के समय में पत्रकारिता का दायरा सार्वभौमिक हो गया है। ऐसे में हमारी जिम्मेदारी भी बहुत बड़ी हो गई है। हमें एक-एक खबर को तथ्यों की कसौटी पर कसने के बाद ही प्रकाशित या प्रसारित करना चाहिए। अधिकतर हम लोग एक ही पक्ष की बात को सुनकर एक धारणा के साथ खबर लिख देते हैं। लेकिन यह बेईमानी है। पत्रकार का दायित्व है कि वह खबर के दोनों पक्षों को सुने और समझे। दोनों की सम्यक् विवेचना के बाद खबर को प्रकाशित या प्रसारित करें। यदि ऐसा करते हैं तो निश्चित है; आप पत्रकारिता के क्षेत्र में नये प्रतिमान गढ़ सकते हैं। श्री पाठक ने पत्रकारों को “एआई स्क्रिप्टिंग एण्ड इमेज क्रियेशन” के विषय मे भी बहुमूल्य जानकारी दी। श्री पाठक की सहृदयता देखिये कि जो समृतिचिह्न उन्हें सम्मान-स्वरूप दिया गया था उसे सामान्य से ग्रामीण पत्रकार राघवेन्द्र त्रिपाठी ‘राघव’ को उन्होंने सम्मान स्वरूप भेंट कर दिया।
कार्यक्रम का संचालन हरदोई पत्रकार एसोसिएशन की अहिरोरी इकाई के अध्यक्ष सुधीर अवस्थी परदेसी ने किया। सुधीर अवस्थी ने अपने पत्रकारिता के अनुभव साझा किये और अनुभव साझा करते हुए वह भावुक भी हो गए। सभी जानते हैं कि सुधीर अवस्थी सच्चे अर्थों मे एक संन्यासी हैं और एक संन्यासी जीवन के चाहे जिस क्षेत्र में हो; वह सदैव कठिनाइयों से जूझता रहता है।
हिन्दी पत्रकारिता दिवस के इस अवसर पर क्षेत्रीय पत्रकारों का सम्मान भी किया गया। सेठ शिवनारायण ज्वेलर्स और अपना पम्प बघौली के मालिक समाजसेवी अमित गुप्त द्वारा श्री रामदरबार-चित्र, पेन व डायरी के साथ एक-एक बैग सभी को उपलब्ध कराया गया। पत्रकारों के साथ क्षेत्र के समाजसेवी भी मौजूद रहे। पत्रकारों मे सौरभ त्रिपाठी, मो० आसिफ, शाहनवाज खान, पुलकित शर्मा, विराट सिंह, सुनील कुमार, धर्मेन्द्र सिंह, राम शंकर आजाद, पी०डी० गुप्ता, अमित द्विवेदी, राहुल मिश्रा, एस०बी० सेंगर, पवन दीक्षित, महर्षि विवेकानंद ज्ञानस्थली के संस्थापक और शिक्षक के रूप में कार्यरत कवि-लेखक आदित्य त्रिपाठी, शिक्षक मञ्जेश कुमार, श्रीमहन्त भीठा बाबा, औरास स्थित इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य शिक्षाविद्-कवि राम शंकर अवस्थी, जयपुरिया लखनऊ के शिक्षक श्याम प्रकाश अवस्थी, पूर्व एडीओ पंचायत राजकुमार सिंह, बघौली थानाध्यक्ष विवेक वर्मा, बालकवि ऋषि अवस्थी और मुनि अवस्थी सहित बड़ी संख्या में पत्रकार और समाजसेवी मौजूद रहे।