हरिश्याम बाजपेयी प्रकरण मे पत्रकारों ने कहा इस तरह की घटनाएँ लोकतंत्र पर कुठाराघात

पत्रकार के उत्पीड़न को लेकर प्रेस क्लब की ब्लॉक इकाई ने की बैठक

कछौना (हरदोई)। भूमि पर अवैध कब्जे की खबर प्रकाशित करने पर नेता के इशारे पर हो रहे पत्रकार के उत्पीड़न को लेकर हरदोई प्रेस क्लब कछौना इकाई की बैठक मंगलवार को स्थानीय कार्यालय पर हुई। जिसमें पूरे प्रकरण पर गहन विचार-विमर्श किया गया। पत्रकारों ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए पूरे मामले पर पुलिस के रवैए के प्रति आक्रोश जताया।

बताते चलें कि हरदोई के मलिहामऊ इलाके में सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे की खबर चलाने वाले द टेलीकास्ट मासिक पत्रिका के संपादक एवं हरदोई प्रेस क्लब के अध्यक्ष हरिश्याम बाजपेई को एक नेता द्वारा षड्यंत्र के तहत फर्जी और झूठे मामले में फंसाने हेतु की जा रही साजिश से पत्रकारों में आक्रोश है। पत्रकार हरिश्याम बाजपेई के अनुसार खबर से प्रभावित एक रसूखदार नेता धनंजय मिश्रा द्वारा किसी दलित महिला के माध्यम से मेरे विरुद्ध झूठे और बेहद गंभीर आरोपों की शिकायत महिला आयोग में की गई है। जिसके बाद से मुझे पुलिस द्वारा लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। मंगलवार को स्थानीय कस्बे के लखनऊ-हरदोई राजमार्ग स्थित शिवमनिका कांपलेक्स स्थित कार्यालय पर हरदोई प्रेस क्लब के ब्लॉक कछौना इकाई के पदाधिकारियों एवं सदस्यों की बैठक हुई। बैठक ब्लॉक इकाई के संरक्षक धनीराम श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई। जिसमें उपस्थित पत्रकारों ने पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमले, उत्पीड़न, फर्जी मुकदमे के संबंधी तमाम तरह की घटनाओं को लोकतंत्र में शर्मनाक बताते हुए लोकतंत्र के चतुर्थ स्तम्भ पर कुठाराघात बताया।

बैठक में वरिष्ठ पत्रकार धनीराम श्रीवास्तव ने कहा कि पत्रकार उत्पीड़न की बढ़ी घटनाओं से लोकतंत्र खतरे में आ गया है। पत्रकार हित को लेकर चिंतन की जरूरत है। एक लंबा दौर हमने देखा है।वपत्रकारिता के दुर्गम दौर से हम गुजरे है। पत्रकार उत्पीड़न पर अंकुश लगाने के लिए सभी पत्रकार संगठनों को एक साथ सांगठनिक रूप से निर्दोष पत्रकार के साथ खड़े होना होगा।

हरदोई प्रेस क्लब की ब्लॉक कछौना इकाई के पदाधिकारी एवं सदस्य पत्रकारों ने द टेलीकास्ट मासिक पत्रिका के संपादक हरिश्याम बाजपेई के साथ नेता के इशारे पर पुलिस द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न को लोकतंत्र की हत्या बताते हुए कहा कि इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस संबंध में निष्पक्ष जांच व कार्यवाही की मांग संबंधी ज्ञापन जल्द ही प्रशासन को सौंपा जाएगा। पत्रकारों ने कहा कि पूरे प्रकरण में पुलिस की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है। यदि मामले में निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई नहीं हुई तो जिले भर के पत्रकार धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगें।

इस दौरान पत्रकार पी डी गुप्ता, नवनीत कुमार, दीपक श्रीवास्तव, आयुष सिंह, अनुज जायसवाल, प्रशांत तिवारी, विमलेश सिंह मोनू, अंकित वर्मा, अरुण राठौर, देवेंद्र सिंह, अक्षय कुमार, अजय बाजपेई सहित काफी संख्या में पत्रकार मौजूद रहे।