बोली विकास मंच की नवागत सह संयोजिका ज्योति सिन्हा

दिल्ली:– साहित्य संगम संस्थान दिल्ली के बोली विकास मंच की नवागत सह संयोजका ज्योति सिन्हा ने नवीन कुमार भट्ट नीर, बोली विकास मंच के संयोजक को बताया कि हमारा नाम कि उन्हें बचपन से लिखने का शौक रहा है । जन्मस्थली रांची है ।रांची के प्रभात खबर और हिंदुस्तान में बचपन से लिखती रही हैं । दैनिक जागरण और प्रभात खबर के फीचर डेस्क पर कार्य अनुभव, रांची के दूरदर्शन और आकाशवाणी में बिहारी बोलियों के कार्यक्रमों में सहयोग करने का मौका मिला है ।रांची पुस्तक मेला के मुक्ताकाश मंच में नवांकुर की उपाधि मिली है ।

सन् 2004 में शादी के बाद सारी गतिविधियां रुक गई, जिसे इस करोना काल में फिर से गति मिली । फेसबुक के कई साहित्यिक मंच पर हमारी पहचान बनी । आज हम बिहार इकाई के उपाध्यक्ष और अलंकरण उप प्रमुख है । बोली विकास मंच की सह संयोजिका होने की यह खबर पर स्वयं ही गौरवान्वित हूँँ । निश्चित ही सह संयोजिका के दायित्व को पूर्णतः स्वीकार करती हूं ।

मंच के समस्त पदाधिकारियों का साभार करती हूँ। तेजराम नायक, छंदशाला संचालक साहित्य संगम संस्थान, उपाध्यक्ष छत्तीसगढ़ इकाई ने कहा कि ज्योति सिन्हा जी को नवागत सह संयोजिका बोली विकास मंच साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली बनाये जाने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं । निश्चत ही आपकी लगन मेहनत और साहित्यिक समर्पण बोली विकास मंच में नया अध्याय लिखेगा। आप मूलतः झारखण्ड से हैं एवं बचपन से ही साहित्य सेवा करते आ रही हैं। साहित्य संगम संस्थान को आपके अनुभव का बहुताधिक लाभ मिलेगा। सह अध्यक्ष रोहित रोज ने कहा कि ज्योति सिन्हा साहित्य संगम संस्थान बिहार इकाई की उपाध्यक्षा हैं। आपका स्वभाव सरल व सौम्य है। आप एक मेहनती साहित्य साधिका हैं। केवल छः माह पूर्व की पहचान लगती है बहुत पुरानी है। आप जिस कार्य को करती है बहुत मन व लगन से करती है। दायित्व निर्वहन की जिम्मेदारी व जवाबदेही आप भली भांति समझती हैं। आपका साहित्य के प्रति अनुराग कमाल का है। कवयित्री तो हैं ही अच्छी उससे भी बेहतरीन आप एक इंसान हैं। बोली विकास मंच की सह संयोजिका बनकर आप भारत की क्षेत्रीय बोलियों के विकास में अभूतपूर्व योगदान करेंगी ऐसी मुझे उम्मीद है नवीन कुमार भट्ट नीर के साथ आपका सफर बहुत दूर तक जाये। ईश्वर आपका साहित्यिक भविष्य उज्ज्वल करे। साहित्य संगम संस्थान के कार्यक्रम संचालक राष्ट्रीय उद्घोषक विनोद वर्मा दुर्गेश ने बताया कि बिहार इकाई की उपाध्यक्ष एवं अलंकरण उप प्रमुख आदरणीया ज्योति सिन्हा को साहित्य संगम संस्थान बोली विकास मंच की सह संयोजिका पद की हार्दिक शुभकामनाएँ।

रांची के दूरदर्शन और आकाशवाणी में बिहारी बोलियों को अधिमान दिलाकर आपने जो कीर्तिमान स्थापित किया है, वह प्रशंसनीय है। साहित्य संगम संस्थान बोली विकास मंच विभिन्न प्रांतीय बोलियों के प्रचार और प्रसार का एक सशक्त माध्यम है। इसका दायित्व आदरणीय नवीन कुमार भट्ट नीर जी को जाता है। नवीन कुमार भट्ट नीर जी अत्यंत ऊर्जावान और कुशल नेतृत्व करते हैं। इनके सानिध्य में बोली विकास मंच सफलता के नए सोपान चढ़ रहा है। अब ज्योति सिन्हा जी के साहित्य संगम संस्थान बोली विकास मंच में पदार्पण करने से उत्तरोत्तर वृद्धि करेगा, इसका मुझे पूर्ण विश्वास है। राष्ट्रीय अध्यक्ष राजवीर सिंह मंत्र ने कहा कि पटना बिहार से प्रतिष्ठित साहित्यकार पत्रकार संपादक आ प्रभात वर्मा साहब की तारीफ व अशोक चौधरी साहब उत्तर प्रदेश विधान परिषद के पूर्व सचिव पूर्व जनपद न्यायाधीश इस अनोखे पहल कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा की बोली विकास मंच पर संयोजक अनुज नवीन कुमार भट्ट नीर द्वारा संयोजित संचालित किया जाता है, कार्यक्रम के पूर्व प्रतिभागियों की सहभागिता हेतु सूचना जारी किया जाता है,जिसमें देश के विभिन्न बोलियों को चयन कर प्रत्येक माह के प्रथम आदित्यवार को यह कार्यक्रम किया जाता है जिसमें विभिन्न प्रांतों की क्षेत्रीय बोली पर प्रतिभागी कविगणों अपनी प्रस्तुति देते हैं । इस कार्यक्रम की सूचना व समाचार देश विदेश के विभिन्न समाचार पत्रों बेब आदि में प्रकाशित होते हैं। सशक्त हस्ति देवी आ ज्योति सिन्हा बोली विकास मंच सह संयोजिका बनने जा रही है । इसके लिए साहृदय बधाई देता हूं । आशा करता हूं पूरे देश की बोली के माध्यम से हिंदी को समृद्ध बनाएं । सभी एक स्वर एक साथ मिल कर हिन्दी के उत्थान व विकास के प्रति आगे आये, जिससे हमारी राष्ट्रभाषा हिन्दी बन सके । यह राजमाता बन सके ।

उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष डॉ राकेश सक्सेना ने कहा कि ज्योति सिन्हा साहित्य संगम संस्थान बिहार इकाई की कर्मठ उपाध्यक्ष एवं अलंकरण उप प्रमुख के बोली विकास मंच की सह संयोजिका मनोनीत होने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ स्वीकार करें। आह्लाद मासिक ई-पत्रिका की संपादिका वंदना नामदेव ने कहा कि आदरणीय ज्योति सिन्हा जी कर्मठ और बहुत ही मेहनती हैं । उनकी लगनशीलता, उनकी साहित्य के प्रति रुचि हिंदी साहित्य को एक नये आयाम तक ले जाए, यही कामना है। बोली विकास मंच के सह संयोजिका के पद पर आसीन होकर इसके गौरव को गौरवान्वित करें आप हार्दिक शुभकामनाएं। महा सचिव साहित्य संगम संस्थान कविराज तरुण ने कहा कि आ० ज्योति सिन्हा जी को बोली विकास मंच की सह संयोजका होने की हार्दिक बधाई । आप निश्चय ही बिहारी बोली के साथ अन्य बोलियों के विकास में अच्छा कार्य करेंगी । अधीक्षिका, संगम सुवास नारी मंच छाया सक्सेना प्रभु कहा कि ज्योति सिन्हा जी को सहित्य संगम संस्थान , बोली विकास मंच की सह संयोजिका बनने पर हार्दिक बधाई । आपके उज्ज्वल भविष्य हेतु हार्दिक शुभकामनाएँ । डॉ. राजेश कुमार शर्मा पुरोहित राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि बोली विकास मंच की आ.ज्योति सिन्हा जी को सह संयोजिका बनाने पर हार्दिक शुभकामनाएं। साहित्य जगत में क्षेत्रीय बोलियों के विकास हेतु आप इसी प्रकार प्रयासरत रहें ।

राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली : मिथलेश सिंह मिलिंद ने कहा कि
साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली की बोली विकास मंच की नव नियुक्त “नवागत सह संयोजिका” आदरणीया ज्योति सिन्हा जी को सर्वप्रथम बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं, आदरणीया ज्योति सिन्हा जी को जहाँ तक मैंने देखा और जाना है, उस व्यक्तित्व व कृतित्व को उद्घाटित करना चाहूंगा कि आप एक श्रेष्ठ लेखिका /कवयित्री के साथ-साथ कुशल संपादिका व हिंदी साहित्य के विकास में अपना सर्वस्र समर्पित करने वाली जुझारू महिला हैं। आपके मन में हिंदी साहित्य के विकास का सेवा भाव इस कदर संचारित है कि आप कभी भी किसी भी परिस्थिति में साहित्यिक साधना को सदैव तत्पर रहती हैं। आपकी इसी जुझारू प्रवृत्ति के कारण ही आज तमाम साहित्यिक मंचों पर आपका नाम बड़े ही अदब व सम्मान से लिया जाता है। अतः यह पूरी उम्मीद है कि आप इस नव नियुक्त पद की भी गरिमा को बखूबी निभाएंगी ।

संयोजक नवीन कुमार भट्ट आ ज्योति सिन्हा जी को बधाई देता हूं कि आप सह संयोजक का दायित्व पाकर निश्चय की हिंदी के प्रति समर्पित संघर्ष करेंगी । हर्ष का विषय है कि आप स्वैच्छिक रुप से यह कदम उठाया और बोली के विकास के लिए तीन वर्षों से लगातार संचालित बोली विकास मंच में तरह तरह बोलियों में प्रति माह के प्रथम आदित्यवार को होने वाले कार्यक्रम में अपना दायित्व बखूबी निभायेगी।