‘आमोद आश्रम’ संस्था के तत्त्वावधान में 1/16 विभव खण्ड के हॉल में कजरी लोक गीत की कार्यशाला का आयोजन 9 जुलाई 2023 से 15 जुलाई 2023 तक सुप्रसिद्ध लोक गायक श्री बण्टी वर्मा के निर्देशन में किया गया। इस कार्यशाला का समापन दिनांक 16 जुलाई 2023 को सायं 5:00 बजे से वाल्मीकि रंगशाला, संगीत नाटक अकादमी, विपिन खंड, गोमतीनगर में आरंभ हुआ। इस कार्यशाला में लगभग 50 प्रतिभागियों ने कजरी सीखी।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि डॉ पूर्णिमा पांडेय (भूतपूर्व कुलपति, भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय एवं भूतपूर्व अध्यक्ष उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकैडमी) तथा विशिष्ट अतिथि प्रख्यात संगीत विद्वान एवं गुरु अब्दुल मजीद ख़ान साहब थे। आमोद आश्रम के अध्यक्ष डॉ नरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष श्री रमेश चंद्र उपाध्याय एवं सचिव श्रीमती अनिता श्रीवास्तव (सेवानिवृत्त आई ए एस) ने बताया कि पूर्ण कार्यशाला में प्रतिभागियों ने बड़े मनोयोग से कजरी सीखी एवं भरपूर आनंद उठाया।
कजरी के बोल थे – घिरि घिरि आये बदरा, के मोरा लावेला अरिच मरीचिया, पिया पलटनिया ए हारी, सात नादिया से मोरा भइया अईले रे ननदी, धनी हो खोला न केवड़िया आदि कई लोक गीतों को प्रतिभागियों ने मंच पर प्रस्तुत किया जिसे श्रोताओं ने खूब सराहा और आनंद लिया। इस कार्यक्रम में गण्यमान्य व्यक्तियों में श्री अच्छे लाल सोनी (भूतपूर्व अध्यक्ष उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकैडमी), श्री अरविंद चतुर्वेदी (एस पी , विजिलेंस), श्री दयानंद लाल (सेवानिवृत्त आई ए एस), श्रीमती अंजना मिश्रा (साहित्यकार), सुश्री रत्ना कौल (साहित्यकार), श्रीमती नम्रता सिंह, श्री सी एम श्रीवास्तव (सेवानिवृत्त आई ए एस), श्री दयाशंकर सिंह (सेवानिवृत्त आई पी एस), श्री उपेन्द्र मिश्रा (सेवानिवृत्त अपर व्यापार कर आयुक्त), डॉ ए के मिश्रा भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम में ढोलक पर श्रीमती स्वाति श्रीवास्तव, तबले पर श्री अमित कुमार एवं हारमोनियम पर श्री बंटी वर्मा ने संगत किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती वनिता शर्मा ने किया।