©आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय
कर्नाटक मे एच० डी० देवेगौड़ा के प्रपौत्र प्रज्वल रेवन्ना के जघन्य पाप के विषय मे भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय स्तर के नेताओं ने जब छ: माह पहले शीर्षस्थ नेतृत्व के पास कई पेनड्राइव प्रस्तुत किये, जिसमे दो हज़ार से अधिक महिलाओं के साथ किये गये बलात्कार के दृश्य थे और उसे टिकट न देने की बात की, उसके बाद भी उसे 'एन० डी० ए०' की ओर से टिकट क्यों दिया गया?
नारी-शक्ति का सम्मान करने का ठीका लेकर 'नारी-स्वाभिमान' की बात करनेवाले मौन क्यों हैं? उस दरिन्दे को जर्मनी किसने भगाया? उसके विरुद्ध 'एन० एस० ए०' क्यों नहीं लागू किया गया और 'लुक-आउट' क्यों नहीं जारी किया गया?