हिन्दी-अंकों को ‘शब्दों’ में लिखना सीखें

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

देश के ९९.९९ प्रतिशत विद्यार्थी-अध्यापक, साहित्यकार, भाषाकार, राजभाषाधिकारी, हिन्दी-अधिकारी, अनुवादक, भाषाविद्, वैयाकरण, व्याकरणाचार्य, प्रकाण्ड भाषापण्डित, भाषाशास्त्री, साहित्यकार, आलोचक, समालोचक, समीक्षक, टीकाकार, भाष्यकार, हिन्दी-संस्थानों-निदेशालयों के अध्यक्ष-निदेशक, समाचारपत्र-पत्रिकाओं और समाचार-चैनलों के सम्पादक आदिक हिन्दी-अंकों का शब्दों में शुद्ध लेखन नहीं कर पाते, कारण जो भी रहा हो; उन सभी के लिए हमने यहाँ शुद्ध शब्दलेखन की व्यवस्था की है; बिना किसी ‘अन्यथा’ टीका-टिप्पणी के पढ़ें-समझें-अभ्यास करें।

सौजन्य से– यूनीक सामान्य हिन्दी एन्साइक्लोपीडिया (लेखक– डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय; पृष्ठ-संख्या– १००४)