कल इंडिसन वॉयस 24 ने अनुमान के आधार पर कहा था कि इस चुनाव में एक बार फिर वाम मोर्चा जीतने की स्थिति में दिख रहा है । अनुमान सही निकला और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली की चारों सीटों पर आइसा, एसएफआइ और डीएसएफ के वाम गठबंधन ने जीत हासिल कर ली है । जेएनयू कैंपस में जीत के बाद लाल सलाम को जिन्दा रखने की बातें हुईं और लाल सलाम जिन्दाबाद के नारे भी लगाए गए । एबीवीपी की निधि त्रिपाठी को वामपंथी गीता कुमारी ने 464 मतों से हरा दिया । कुल मतों 4620 में से लेफ्ट की गीता को 1506, एबीवीपी की निधि को 1042 और बाप्सा की प्रत्याशी शबाना अली को 935 वोट मिले। छात्रसंघ की चारों सीटें वाम गठबंधन के खाते में गयीं । अध्यक्ष के पद के लिए पड़े मतों में से 127 ने सभी को नकारते हुए नोटा का सहारा लिया । चुनाव में चौंकाने वाली बात बाप्सा की दमदार उपस्थिति है । बाप्सा का संदेश साफ है कि वह लेफ्ट और राइट का विकल्प बनने को तैयार है ।
Related Articles
परिवार संपर्क अभियान के तहत विधायक संजय गुप्ता ने किया जनसम्पर्क
June 11, 2020
0
जे० एन० यू० के विद्यार्थियों के प्रतिनिधिमण्डल के साथ वार्त्ता की जाये
November 18, 2019
0
जलशक्ति मंत्री ने किया बेलहा-बेहरौली तटबन्ध का निरीक्षण
June 4, 2022
0