बेनीगंज (हरदोई) । जहां एक ओर योगी सरकार आवारा गोवंशो को सड़कों से हटाने के लिये लगातार निर्देश देती नजर आ रही है, वहीं पर जिम्मेदार कान में तेल डालकर व मूकदर्शक बनकर अपनी जिम्मेदारी से कतरा रहे हैं। साथ ही आदेश पर आदेश दिए जा रहे हैं कि आवारा गोवंशों तथा हिंसक सांड गोआश्रय केन्द्रों मे पहुंचा दिये गये हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि वह न सिर्फ़ सड़क पर हैं बल्कि विकराल लड़ाई लड़ते नजर आ रहे हैं। जिसमें दो पहिया वाहन व चार पहिया वाहनों का घटनाओं से बचना बड़ी टेढ़ी खीर की तरह है।
मामला कोतवाली क्षेत्र बेनीगंज के प्रताप नगर चौराहे का है। इस चौराहे से हरदोई से सीतापुर व जनपद कन्नौज के राहगीर अपनी रास्ता को तय करते हैं। कुछ स्थानीय लोगों ने व राहगीरों ने अपनी जान बचाते हुए जानकारी दी कि शुक्रवार की शाम लगभग 7:00 बजे प्रताप नगर चौराहे पर दो आवारा सांड बड़ी विकरालता से आपस में लड़ाई लड़ रहे हैं। वहीं पर राहगीर बाल-बाल बचते नजर आए।
अब प्रश्न उठता है कि जिम्मेदार एक तरफ दावा करते हैं कि आवारा गौवंशो व सांडों को स्थाई गौशाला में भेज दिया जाता है। लेकिन जब अस्थाई गौशाला में आवारा गोवंशों को अस्थाई गौशाला में भेज दिया जाता है तो फिर उक्त सांड रोड पर कैसे लड़ते नजर आ रहे हैं? फिलहाल में समाचार के लिखे जाने तक स्थानीय लोगों ने संबंधित अधिकारियों से उक्त क्रूर व मरकट किस्म के सांडों से निजात पाने की मांग की है।