रिपोर्ट- पी०डी०गुप्ता
कछौना(हरदोई): ब्लॉक के गांव बालामऊ में प्रति वर्ष नवरात्र में होने वाला जल विहार मेला अब अपने उद्देश्य से कोसों दूर हो गया है। हर वर्ष नवरात्रि के समय में (दो बार) होने वाला जल विहार मेला अब सिर्फ फूहड़ता और नशेबाजी का प्रतीक बनकर रह गया है। आपको बताते चलें कि बालामऊ गांव में चल रहे जल विहार मेले में आज अवैध कच्ची शराब व गैर राज्य की शराब की गिरफ्त में आकर कई लोग (लगभग 50-60) अचेत अवस्था में पड़े हुए हैं, जिसमें युवा पीढ़ी भी शामिल है। किसी भी व्यक्ति या युवा के साथ कोई भी अप्रिय घटना घट सकती है या किसी के लिए यह सब जानलेवा साबित हो सकता है। पर जिला प्रशासन इस सबसे बेख़बर बना है।