ग्राम चौपाल के नाम पर की जा रही खानापूर्ति, नहीं पहुंच रहे अधिकारी

कछौना, हरदोई। ग्रामीणों की समस्याओं को प्रदेश सरकार ग्रामीणों की चौखट पर जाकर जन समस्याएं सुनी जाएगी। इसके तहत हर शुक्रवार को गांव की चौपाल का आयोजन किया जा रहा है। परंतु प्रचार-प्रसार के अभाव में विभागीय अधिकारियों को रुचि न लेने के कारण अपने उद्देश्यों की पूर्ति नहीं कर पा रही है।

विकासखंड कछौना की ग्राम सभा कमालपुर व कलौली में ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया। जिसमें ग्राम प्रधान मोहम्मद सारिक व ग्राम पंचायत अधिकारी अयोध्या प्रसाद के सामने ग्राम सभा की मुख्य समस्याओं को अवगत कराया, ग्रामीणों की सबसे ज्वलंत समस्या छुट्टा गौवंशों की है। ग्राम सभा में लगभग 200 छुट्टा गौवंश वितरण करते हैं, जो आए दिन किसानों के खेत में खड़ी फसल को चट कर जाते हैं। ग्रामीण रात रात जागकर छुट्टा गौवंशों से फसल को बचाने के लिए विवश हैं। इस समस्या के संदर्भ में ग्राम प्रधान ने बताया छुट्टा गौवंशों को पकड़ा कर स्थानीय गौ-आश्रय स्थल में कराया जाएगा। इसके बाद ग्रामीणों ने बताया जल मिशन के तहत कार्यदाई संस्था द्वारा गांव की संपर्क मार्ग व गलियों को पाइप लाइन के लिए खोद डाला है, उन्हें कार्यदाई संस्था द्वारा सुचारू रूप से सही नहीं किया गया है।जिससे ग्रामीणों का आवागमन दुश्वर हो गया है। इसके बाद ग्रामीणों ने बताया ग्राम सभा में सफाई कर्मी नियमित रूप से सफाई कार्य नहीं करते हैं। जिसके चलते जगह-जगह कूड़े के ढेर व गंदगी के अंबार लगे हैं। ग्राम पंचायत सचिव ने बताया सफाई कर्मी से स्पष्टीकरण मांगा गया है, कार्यवाही की जाएगी। ग्राम पंचायत सचिव ने ग्रामीणों के जन्म मृत्यु पंजीकरण के बारे में जागरूक किया। जन्म-मृत्यु की सूचना 21 दिनों के अंदर आवश्यक दर्ज करा दें। उसके बाद काफी कठिनाई होती है। जिन लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड नहीं बने हैं, वह बनवा लें। जिससे भविष्य में स्वास्थ्य खराब होने पर आपके ऊपर अतिरिक्त आर्थिक संकट की समस्या न खड़ी हो। इस योजना के तहत सरकारी व प्राइवेट अस्पताल में मुफ्त इलाज होता है। ग्रामीणों की पुरजोर मांग पर अपनी वाटिका का प्रस्ताव स्वीकृत किया गया। पर्यावरण व मानसिक सुकून के लिए अपनी वाटिका काफी मनमोहक ग्रामीण क्षेत्र की पहचान बन रही है। ग्रामीणों ने कई संपर्क मार्ग के निर्माण की मांग की।

 इस अवसर पर ग्राम प्रधान मोहम्मद सारिक, ग्राम पंचायत सचिव अयोध्या प्रसाद, पंचायत सहायक राहुल, किसान यूनियन के नेता गुफरान, उचित दर विक्रेता, एनवाईसी कार्यकर्ता देवेंद्र कुमार सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने प्रतिभाग किया, अन्य विभाग पुलिस, राजस्व, जल निगम, स्वास्थ्य, शिक्षा, पशुपालन, बाल विकास पुष्टाहार विभाग, सिंचाई आदि विभाग ने पहुंचना मुनासिब नहीं समझा। जिससे ग्रामीण समस्याओं का सही ढंग से क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है।

रिपोर्ट – पी०डी० गुप्ता