साहित्य संगम संस्थान का देवभूमि उत्तराखंड में आज़ादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम धूमधाम से सम्पन्न

देशभक्ति कविताओं से बरसा अमृत

दिल्ली-साहित्य संगम संस्थान दिल्ली द्वारा आयोजित आजादी के अमृत महोत्सव साहित्य की मैराथन व रंगारंग कार्यक्रम में संस्थान की सम्पूर्ण इकाइयों व शालाओं द्वारा अपने-अपने प्रांत के साथ प्रतिदिन प्रतिभाग किया जा रहा है। संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष रोहित राज ने राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी डॉ. राजेश पुरोहित को बताया कि यह कार्यक्रम साहित्य संगम संस्थान दिल्ली की देखरेख में वर्चुअल रूप से संस्थान के फेसबुक पेज, ह्वाट्सएप, कुटुम्ब एप और गूगल मीट पर एक साथ आयोजित किया जा रहा है। इस तरह का बड़ा व ऐतिहासिक कार्यक्रम हिन्दी साहित्य की इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जगत के अन्तर्गत साहित्य संगम संस्थान द्वारा पूरे जोश के साथ मनाया जा रहा है। देश की आज़ादी के अमृत महोत्सव में किसी भी संस्थान की यह सहभागिता सच में काबिले-तारीफ है। इससे यह बात निकल कर सामने आती है कि यह संस्थान न केवल हिन्दी साहित्य का प्रचार-प्रसार कर रहा है बल्कि यह संस्थान राष्ट्रप्रेम व जनहित में भी हिन्दी साहित्य के माध्यम से अपना पूर्ण योगदान दे रहा है।

22 जनवरी 2022 सांय 7: 30 बजे से साहित्य संगम संस्थान दिल्ली के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. कुमार रोहित रोज़, प्रमाणन अधिकारी संगीता मिश्रा जी के सान्निध्य में उत्तराखंड प्रदेश इकाई द्वारा ऐतिहासिक अमृत महोत्सव मनाया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता आ0 कुसुमलता ‘कुसुम’ जी के द्वारा की गई।

28 कवि कवयित्रियों के देशभक्ति के जोश और उत्साह से परिपूर्ण काव्य पाठ से मंच सराबोर रहा। कार्यक्रम का संचालन मधुर वादिनी तिवारी जी एवं अनिल पालीवाल जी के द्वारा किया गया। गोष्ठी का शुभारंभ उत्तराखंड इकाई की सचिव मधुरवादिनी तिवारी जी के द्वारा प्रस्तुत लोकप्रिय उत्तराखण्डी मांगलिक गीत “दैणा होंया खोळी का गणेश” तथा रोशन बलूनी जी द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से हुआ।

कार्यक्रम में देशभक्ति, ओज और शौर्य की गाथाओं ने मंच को ऊँचाई प्रदान की। काव्य पाठ करने वाले गणमान्य उपस्थित कविगण थे- कुसुमलता ‘ कुसुम’ जी, डॉ कुमार रोहित रोज जी, संगीता मिश्रा जी, भगत सिंह राणा ‘हिमाद’ जी, राजेश जोशी जी, सुनीता सेमवाल ‘ख्याति’ जी, डॉ. चंचल गोस्वामी जी, अनिल पालीवाल जी, मधुरवादिनी तिवारी जी, सुरेश कुकरेती जी, संगीता बहुगुणा जी, सरोज डिमरी जी, अंशी कमल जी, सुनील सिंधवाल जी, ममता जोशी ‘स्नेहा’ जी, ज्योति बिष्ट ‘जिज्ञासा’ जी, ज्योति कपरूवाण जी, आचार्य कृष्णानंद नौटियाल जी, ममता शर्मा जी, लक्ष्मी नौडियाल ‘रश्मि सुधा’ जी, गणेश चन्द्र केष्टवाल जी, सुभाष सेमल्टी जी, रक्षा बौड़ाई जी, राकेश असवाल जी, बीरेंद्र डोबरियाल ‘अकेला’ जी, आशा पंवार जी, रोशन बलूनी जी, सिद्धि डोभाल जी,
अंत में अध्यक्ष महोदय के अध्यक्षीय उद्बोधन और देशभक्ति से लबालब जोशीले काव्यपाठ ने गोष्ठी को चरम शिखर पर पहुँचाया।
कार्यक्रम का विधिवत समापन कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. रोहित कुमार ‘रोज’, प्रमाणन अधिकारी संगीता मिश्रा जी और प्रदेश अध्यक्ष भगत सिंह राणा ‘हिमाद”जी के धन्यवाद आभार ज्ञापन से किया गया।
जयहिंद वंदेमातरम 🇮🇳🇮🇳🇮🇳