सत्ता मिलते ही प्रधानी के नशे में गरीबों को भूल गए प्रधानजी, झोपड़ियों में बदहाली की ज़िंदगी बिताने को मज़बूर ग्रामीण

राहुल मिश्र बघौली

थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्रामसभा गोड़ाधार के मजरा नकुड़ा में प्रधानी के चार साल बीत जाने के बाद भी ग्रामीण आशियाने को तरस रहे हैं । यहां ग्राम प्रधान योगेश कुमार की लापरवाही के चलते इस गांव के निवासी बदहाली की जिंदगी जीने के लिए मजबूर हैं ।

कच्चे मकान के साथ गृहस्थी ढोती नारी शक्ति

मालूम हो कि इस गांव में काफी संख्या में गरीब तबके के लोग रहते हैं जो आसपास ही मेहनत मजदूरी करके किसी तरह अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं । इन लोगों के मकान भी कच्चे बने हुए हैं जो बरसात के समय में लगभग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं । लेकिन इन ग्रामीणों की स्थिति ऐसी नहीं है कि यह लोग अपने लिए घर बनवा सकें ।

यहां के ग्राम प्रधान योगेश कुमार इन सब बातों से अनजान बने हुए हैं । ग्राम प्रधान की लापरवाही का आलम यह है कि इस गांव में किसी भी गरीब को ग्राम प्रधान छत तक मुहैया नहीं करवा पाए हैं । गांव निवासी अनिल, पूनम, प्रदीप, प्रमोद, रामा देवी पत्नी परमेश्वर कुमार, मुन्नी देवी पत्नी सत्य प्रकाश, सावित्री पत्नी सत्य कुमार, सदा प्यारी पत्नी प्यारेलाल, छोटेलाल पुत्र सरजू, धनीराम पुत्र सरजू, संजय पुत्र सरजू आदि ऐसे कई गरीब हैं जिन्हें ग्राम प्रधान की लापरवाही के चलते अभी तक छत नसीब नहीं हो पाई है । जबकि सरकार हर गरीब को छत मुहैया कराने के लिए काफी तेजी से काम कर रही है ताकि किसी गरीब को खुले आसमान के नीचे जीवन ना गुजारना पड़े । लेकिन इस ग्राम गांव में प्रधानी के कई साल बीत जाने के बाद भी ग्रामीणों को कोई सुविधा नहीं मिली ।

ग्राम प्रधान की लापरवाही का आलम यह है कि इस गांव में लगा इंडिया मार्का हैंड पंप काफी दिनों से बंद पड़ा है । जिसमें चौकी तक नहीं बनवाई गई है जिससे ग्राम वासियों को पीने के लिए साफ पानी तक नहीं मिल पा रहा है । जबकि सरकार प्रतिवर्ष प्रधानों को लाखों रुपए मुहैया कराती है ताकि गरीबों को पेयजल की समस्याओं का सामना न करना पड़े । लेकिन इस गांव का मामला ठीक उलट है यहां के ग्रामीण प्रधान की उदासीनता के चलते बेसहारा होकर रह गए हैं और नारकीय जीवन जीने के लिए मजबूर हैं ।

इस गांव में नालियों की हालत बिल्कुल जर्जर है जिससे गांव के गंदे पानी का निकास भी सुचारु रूप से नहीं हो पा रहा है । गांव में सफाई कर्मी भी कभी-कभी ही आते हैं जिससे जलभराव की समस्या भी बनी रहती है । जलभराव के चलते गंभीर बीमारियों के फैलने का खतरा भी ग्रामीणों पर मंडरा रहा है । लेकिन ग्राम प्रधान योगेश कुमार इस ओर कोई ध्यान देना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं ।

ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द उन्हें इन समस्याओं से निजात दिलाई जाए । ताकि सभी ग्रामीणों को सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल सके।