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आयुष्मान मित्रों को 3 माह से नहीं मिला वेतन, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर की वेतन की मांग

सुल्तानपुर : प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत योजना) के तहत राजकीय चिकित्सालय में तैनात आयुष्मान मित्रों को कमाई करने पर ही वेतन मिलेगा शासन की यह गाइडलाइन विभाग के गले की फांस बनी हुई है।

14 सीएचसी व जिला अस्पताल पर आयुष्मान मित्र लगभग 3 महीने से कार्य कर रहे हैं, लेकिन उनके वेतन का भुगतान का प्रबंध विभाग की ओर से नहीं किया जा सका है। आयुष्मान मित्रों के वेतन के लिए सरकार की ओर से जो गाइडलाइन है इसके तहत अस्पताल में आयुष्मान योजना का जो मरीज भर्ती होगा उसका भुगतान अस्पताल के आर0के0एस0 रोगी कल्याण समिति के खाते में किया जाएगा। इसी कमाई से आयुष्मान मित्र को उनके वेतन व प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाएगा।

जिले की सभी सीएचसी पर आयुष्मान मित्रों की तैनाती के साथ उन्हें जरूरी संसाधन मुहैया करा दिए गए।
लगभग 3 महीने का समय गुजर जाने के बाद भी सीएचसी में आयुष्मान योजना के तहत मरीज का इलाज नहीं किया जा सका। शुरू में इन आयुष्मान मित्रों से गोल्डन कार्ड बनवाए जा रहे थे बाद में कोरोना महामारी आ जाने के कारण ओ0पी0डी0 बंद होने से इन्हें L1,L2 कोविड हॉस्पिटल में ड्यूटी लगा दी गई। नतीजा यह रहा कि इतना समय गुजर जाने के बावजूद अस्पताल को आयुष्मान योजना के तहत फूटी कौड़ी भी नहीं मिल सकी है। विभाग इनसे बिना वेतन भुगतान के लगातार काम ले रहा है तथा सीएससी पर डाटा फीडिंग का कार्य भी लिया जा रहा है।

आयुष्मान मित्रों की माने तो आयुष्मान मित्रों के आवेदन के समय जिला प्रशासन द्वारा जो प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई थी उसमें ₹10000 प्रतिमाह मानदेय की बात की गई थी नियुक्ति के लगभग 2 महीने के बाद उन्हें पता चला की मानदेय का भुगतान आयुष्मान योजना का जो मरीज भर्ती होगा उसका भुगतान सीएचसी के रोगी कल्याण समिति के खाते में किया जाएगा इसी से आयुष्मान मित्रों के वेतन का भुगतान भी किया जाएगा इसके लिए पृथक से किसी बजट का प्रावधान नहीं किया जाएगा। 13 मार्च 2021 को आरोग मित्रों का चयन कंप्यूटर टेस्ट एवं मेरिट के आधार पर किया गया। कुछ आरोग्य मित्रों की तैनाती उनके निवास से 70 किलोमीटर दूर तक की गई है।

विगत कुछ दिन पूर्व आरोग्य मित्रों ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जनपद प्रभारी मंत्री जय प्रताप सिंह को कलेक्ट्री में भेंट कर अपने वेतन का भुगतान करने के लिए मांग की थी जिस पर उन्होंने संबंधित अधिकारी को निर्देशित भी किया था परंतु इसका कोई समाधान नहीं हुआ। आरोग्य मित्रों ने डीएम एवं सीएमओ को कई बार प्रार्थना पत्र दिया परंतु नतीजा ढाक के पात रहा। आरोग्य मित्रों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर अपना वेतन निर्धारित करने व उसके लिए पृथक बजट का प्रावधान करने की मांग की है। इन आयुष्मान मित्रों में संजय चौरसिया करौंदीकला सीएचसी, संदीप यादव जिला अस्पताल पुरुष, अंजलि जिला अस्पताल महिला, अजय कुमार सीएचसी दूबेपुर, राजेश कुमार सीएचसी अखण्डनगर, मोनिका पाल सीएचसी कुड़ेभार, दिवेश सागर सीएचसी दोस्तपुर, हिमांशु पांडेय सीएचसी लंभुआ, लता गुप्ता सीएचसी धनपतगंज, दिनेश गौड़ सीएचसी पीपी कमैचा, अलीम अहमद सीएचसी भदैया, कुलदीप शर्मा सीएचसी जयसिंहपुर, सुधीर गुप्ता सीएचसी कुड़वार आदि हैं।