महान विचारक दत्तोपंत ठेंगड़ी को नमन

डॉ० निर्मल पाण्डेय (इतिहासकार और लेखक) :

डॉ• निर्मल पाण्डेय

अपना देश, धरित्री अपनी, अपने खेत, पहाड़ जगाएं ।
सावधान हो घर-घर जाकर जयतु स्वदेशी नाद गुंजाएं ।।

रमाशंकर अग्निहोत्री उपरोक्त पंक्तियों के माध्यम से जिस स्वदेशी की जय का उद्घोष कर रहे, उस चेतना को अभियान का रूप देने वाले ख्यातिप्राप्त विचारक, लेखक, श्रमिक नेता एवं किसानों के पथ प्रदर्शक श्री दत्तोपंत ठेंगडी राष्ट्रीय अर्थनीति, श्रमनीति एवं कृषिनीति के मर्मज्ञों में से एक रहे हैं ।

भारतीय मजदूर संघ और भारतीय किसान संघ जैसे विशाल अखिल भारतीय संगठनों के सूत्रधार संगठक, स्वदेशी जागरण के प्रणेता और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक श्री दत्तोपंत ठेंगड़ी ने सप्तक्रम, ध्येयपथ पर किसान, पश्चिमीकरण के बिना आधुनिकीकरण, संकेत रेखा, फोकस इत्यादि पुस्तकों की रचना कर राष्ट्रीय विचार-कोष को समृद्ध किया ।

पूंजीवादी व्यवस्था से इतर विश्व के पास आख़िर विकल्प क्या बचता है, भारतीय मजदूर संघ के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे दत्तोपंत ठेंगडी राष्ट्रीय श्रम आयोग को दिए एक स्मरण-पत्र की शुरुआत एक श्लोक से करते हैं, और इसे ही तीसरा पथ (थर्ड वे) बताते हुए इसे ही ‘एषः पन्था:’ कहते हैं ।

“अभावो वा प्रभावो वा यत्र नास्त्यर्थकामयो: ।
समाजेष्वात्मरूपत्वं धर्मचक्र प्रवर्तनम ।।”

अर्थात जिस समाज में अर्थ का, काम का अभाव भी नहीं रहता, प्रभाव भी नहीं रहता । अपितु समाज में ही व्यक्ति का आत्मभाव रहता है, वहीँ धर्मचक्र का प्रवर्तन होता है ।

भारतीय किसान संघ जैसे विशाल अखिल भारतीय संगठन के सूत्रधार संगठक श्री ठेंगडी ने अपनी ‘अर्थ या अनर्थ’ पुस्तिका में कृषि में आत्मनिर्भर भारतवर्ष के लिए अन्नं बहु कुर्वीत की धारा पर चलने को ही एकमात्र विकल्प माना है, वो कहते हैं कि सुख समृद्धि के लिए संपत्ति की विपुलता आवश्यक है । हम ‘सर्वेsत्र सुखिनः सन्तु’ कह सकते हैं । सबके सुख के लिए आवश्यक है कि उत्पादन विपुल मात्रा में हो । जीवनोपयोगी वस्तुएं जब अधिक मात्रा में उपलब्ध होंगीं, तो अधिकाधिक लोगों के सुख का कारण बनेंगी । वह मानते हैं कि, ‘यह जो हमारा वैदिक अर्थशात्र है, वह विपुलता का अर्थशास्त्र है । कृषि इस भारतीय आर्थिक चिंतन का मूलाधार है’ ।

भारतीय मजदूर संघ और भारतीय किसान संघ जैसे विशाल अखिल भारतीय संगठनों के सूत्रधार संगठक, स्वदेशी जागरण के प्रणेता और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक श्री दत्तोपंत ठेंगड़ी की आज पुण्यतिथि है।

पुण्यतिथि पर उन्हें सादर नमन, विनम्र श्रद्धांजलि ।