राजेश पुरोहित की अनूठी पहल ने नवोदित रचनाकारों में भरा उत्साह

भवानीमंडी:- देश के सुप्रसिद्ध कवि एवम साहित्यकार डॉ. राजेश कुमार शर्मा ‘पुरोहित’ ने वैश्विक महामारी कोरोना के चलते लॉकडाउन में शहर के ही नहीं कई राज्यों के रचनाकारों को साहित्य की विभिन्न विधाओं में पारंगत करने की अनूठी पहल की है।

www.indianvoice24.com (IV24 News) को जानकारी देते हुए डॉ. पुरोहित ने कहा कि मैं अखिल भारतीय साहित्य परिषद राजस्थान इकाई भवानीमंडी का संयोजक व महामंत्री हूँ। हम नियमित काव्य गोष्ठियाँ अब एकत्रित होकर नहीं कर सकते। इसीलिए मैंने परिषद के ह्वॉट्सएप पटल पर रचनाकारों को साहित्य की विभिन्न विधा दोहा चौपाई, रोला, कुंडलियाँ छन्द सिखाने का कार्य किया जिसमें नवोदित रचनाकारों ने रुचिपूर्ण भाग लिया। आज वे सब छन्द लिखने लगे हैं जिन्हें देखकर खुशी मिलती हैं।

हर रचनाकार का एक सपना होता है कि मेरी लिखी रचना एक बार अवश्य प्रकाशित हो। इसी को ध्यान में रखते हुए मैंने परिषद की साहित्य दर्शन ई पत्रिका के अंक प्रकाशित करना शुरू किया। अब तक पाँच अंक प्रकाशित किये जा चुके है जिनमें सैकड़ो रचनाएँ प्रकाशित की जा चुकी है।

हाल ही में कलाम की यादें विशेष अंक का विमोचन देश की बाल कवयित्री शुभांगी शर्मा के कर कमलों से हुआ। ऑनलाइन कवि सम्मेलन भी छः हो चुके हैं। आगामी 15 अगस्त 2020 को ऑनलाइन कवि सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है जिसमें रचनाकार वीडियो के माध्यम से ऑनलाइन प्रस्तुति देंगे।

पुरोहित ने बताया कि मेरी इस पहल में परिषद के सभी पदाधिकारी व सदस्यों का खूब सहयोग मिल रहा है।