पकवान रेस्टोरेण्ट का कारनामा

पहला चित्र–
घटना आज (९ नवम्बर) की है। मै डोसा खाने के लिए गया था। यह है, लखनऊ का ‘पकवान रेस्टोरेण्ट’ (शुद्ध शाकाहारी भोजनालय), जो लखनऊ रेल स्टेशन से लगभग ४०० मीटर की दूरी पर मुख्य मार्ग पर ही स्थित है। उस रेस्टोरेण्ट मे रोटी मे घी उस ब्रश से लगाया जाता है, जिससे खिड़की, दरवाज़े आदिक की पोताई की जाती है। उस ब्रश से जो बाल वा फिर रेशा (अशुद्ध) जिस पदार्थ वा जानवर-जन्तु का होता है, उससे उस रेस्टोरेण्ट मे पकायी जानेवाली रोटियोँ मे आपत्तिजनक साधन और तरीक़े से घी/पिघलाया गया मक्खन लपेटा जाता है, वह एक आपराधिक कृत्य है। उस रेस्टोरेण्ट-मालिक के विरुद्ध कठोर काररवाई की जानी चाहिए।

आश्चर्य तब और हुआ, जब उस रेस्टोरेण्ट मे तथाकथित बड़े घर के पढ़े-लिखे लोग रोटी मे उक्त ब्रश से चपोड़े जा रहे घी वा तरल मक्खन को देखकर भी चक्षुविहीन बने रहे।

दूसरा चित्र―
लखनऊ का कथित ‘पकवान रेस्टोरेण्ट’, मे प्रवेश करते ही दायीँ ओर रखे एक पात्र मे तरल पदार्थ (घी) मे डूबा ब्रश, जिससे रोटियोँ मे घी चुपेड़ा/लपेटा/लभेरा/लगाया जाता है।