लो वोल्टेज, जर्जर लाइन और विद्युत कटौती को लेकर ग्रामीणों ने पावर हाउस का किया घेराव

 हरदोई– विद्युत उपकेंद्र का कछौना के अंतर्गत गाजू फीडर के सैकड़ों किसानों ने क्षेत्र में जर्जर विद्युत लाइन, लो वोल्टेज, विद्युत लाइन में लग रहे पेड़ों की डालों की छंटाई, अघोषित कटौती आदि से आजिज आकर सोमवार को पावर हाउस का घेराव कर धरना प्रदर्शन किया और उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। 

बताते चलें कि विद्युत उपकेंद्र कछौना के अंतर्गत लगभग 150 ग्रामों को विद्युत आपूर्ति होती है। इसके अंतर्गत तीन ब्रांचों में हथौड़ा, गाजू, गोठवा ग्रामसभा हैं। इसके अंतर्गत सैकड़ों ग्राम लोन्हारा हथौड़ा, बेरुआ, भानपुर, दीननगर, टिकारी, गाजू, बिलौनी, बहदिन, त्योना कला, कुकुही आदि ग्रामों में आपूर्ति होती है। इस विद्युत लाइन की दूरी लगभग 18 किलोमीटर क्षेत्र में है। यह लाइन काफी पुरानी और जर्जर है। इस फीडर से हजारों उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति होती है।  लगभग 400 किसानों के खेत में ट्यूबवेल लगे हैं। विद्युत लाइन में काफी पेड़ों की शाखाएं लगी हुईं है। 

जर्जर विद्युत लाइन होने व पेड़ों की टहनी तारों में लगने के कारण आए दिन तार टूटने की घटनाएं होती रहती हैं। जिससे कई दिनों तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहती हैं। लो वोल्टेज की समस्या अक्सर बनी रहती है। 

ग्रामीणों ने बताया कि विद्युत आपूर्ति के नाम पर उपभोक्ता किसानों के साथ छलावा हो रहा है। वर्तमान समय में कम बारिश होने के कारण किसानों के सामने सिंचाई का संकट खड़ा हो गया है। ट्यूबवेल लो वोल्टेज होने के कारण नहीं चल पा रहे हैं। वहीं ग्रामसभाओं में लो वोल्टेज के कारण उपभोक्ताओं को अच्छी विद्युत आपूर्ति नहीं मिल रही है। इलेक्ट्रॉनिक उपकरण शोपीस बने हैं। जर्जर लाइन, लो वोल्टेज और लाइनमैन की कार्यशैली से आजिज आकर आक्रोशित किसानों ने सोमवार को सैकड़ों की संख्या में धरना प्रदर्शन किया। उपखण्ड अधिकारी ने अवर अभियंता को निर्देश दिया कि स्थलीय जांच कर पेड़ों की तत्काल छंटाई की जाये और विद्युत समस्याओं का निराकरण भी किया जाये। 

किसान मनोज सिंह मराठा, रमेश सिंह, नदीम, ग्राम प्रधान सुरेश यादव, त्योनाकला, जसपाल सिंह, ओम प्रकाश, पुत्ती लाल, अशोक कोरिहाना, अंकित वर्मा, सूरज सिंह, मातादीन, सहित सैकड़ों किसानों ने उपखंड अधिकारी को विद्युत समस्या के बारे में अवगत कराया। उपखंड अधिकारी ने अवर अभियंता को कड़ा निर्देश देते हुए कहा कि पेड़ों की कटाई 2 दिनों के अंदर करना सुनिश्चित करें। स्थलीय जांच कर संबंधित कर्मियों की कार्यशैली में सुधार लाने के लिए निर्देशित करें। उन्होंने बताया कि  जर्जर लाइनों को बनवाने हेतु शासन को इस्टीमेट भेज दिया गया है और कार्य को स्वीकृति भी मिल गई है। कार्यदाई संस्था द्वारा जर्जर विद्युत लाइन डलवाने का कार्य किया जाएगा। उपखंड अधिकारी के आश्वासन के बाद किसान वापस गए।