दोहरे चरित्र वालों की कन्या पूजा

मणि सत्यनारायण तिवारी-


नवरात्र की शुभकामनाएं । कल नवरात्र है हर जगह कन्याओं का पैर पूजन किया जाएगा खाना खिलाया जाएगा वगैरह-वगैरह । सच कहूं तो बहुत नौटंकी है अपना देश । आप वो लोग हैं जो लड़कियों के कपड़ो की लम्बाई से लेकर उनके आवाज की तीव्रता तक फिक्स कर रखे हैं । इस लम्बाई से कम हुआ कपडा तो अश्लील, इस डेसीबल से ज्यादा हुआ साउंड तो असभ्य , इस समय के बाद घर से निकली तो चरित्रहीन और ऐसे किसी से बात कर ली तो छोटे कुल खानदान की । आप सब न ये पैर पूजा का दिखावा बंद कर दो । उस पूजा से पहले बस ये जो आप २४*७ चरित्र प्रमाण पत्र और व्यवहार प्रमाण पत्र बांटने की स्वयं भू संस्था बन गए हैं न उसका त्याग कर दें । उसके बाद आपको किसी पूजा की आवश्यकता नहीं होगी । ईश्वर अपने आप प्रसन्न हो जायेंगे आप पर । यही तुच्छ और निम्न सोच काफी पढ़े-लिखे बुद्धिजीवी लोगों की है और इसके पीछे होता है उनके संस्कारी और कुलीन होने का अहम् । लेकिन उन्हें नहीं पता उनकी यही सोच बीज बोती है उस मानसिकता का जिसमें एक मनोरोगी निर्भया (कुख्यात दिल्ली रेप कांड) का रेप के बाद उसके कपडे को उसके रेप का जिम्मेदार मानता है । पता है उस निर्भया के रेप में आप सब भी जिम्मेदार हैं जो कपडे की लम्बाई से चरित्र और व्यक्तित्व की माप करते हैं ।

सभी महिलाओं को , लड़कियों को आपके पैर पूजा की आवश्यकता नहीं है बस दे सकते हैं तो थोड़ी आजादी दें । महिलाओं को लड़कियों को एक दिन के लिए देवी बनने की जरुरत नहीं है बस उन्हें रोज के लिए इंसान रहने दें । उन पर तमाम बंदिशे न लादें , उन्हें लक्ष्मी के संज्ञा की जरुरत नहीं हैं बस उन्हें भी थोड़ा आत्म निर्भर होने दें ।