पूछना, सुनना, संवाद करना, कदम उठाना है, और सूचना देना आज की सूचना प्रणाली के पांच स्‍तंभ

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने केन्‍द्रीय सूचना आयोग के नए भवन का उद्घाटन करने के बाद युवाओं से संदाद स्थापित करते हुए कहा कि पूछना, सुनना, संवाद करना, कदम उठाना है, और सूचना देना आज की सूचना प्रणाली के पांच स्‍तंभ हैं। पहले स्तंभ ऑस्क (Ask) पर विस्तार से बात करूं, तो सरकार की पॉलिसी और प्रोजेक्ट में, बेहतर गवर्नेंस के लिए लोगों के हर तरह के सवालों को प्राथमिकता दी जाती है । माई गॉव (MyGov) जो दुनिया का सबसे बड़ा नागरिक सहभागिता वाला प्लेटफॉर्म है, वहां लोग अपने तमाम सवालों के साथ सरकार के साथ जुड़ते हैं ।

दूसरा Pillar है: ‘Listen’. आज देश में ऐसी सरकार है, जो लोगों की बात सुनती है। CPGRAMS, सोशल मीडिया पर जो सुझाव दिए जाते हैं, उन पर सरकार गंभीरता से ध्यान देती है। हमारी सरकार में अनेक बार लोगों से मिले सुझावों, उनके Feedback के बाद पॉलिसी में परिवर्तन तक किए गए हैं। सवाल और सुझाव जितना ही महत्वपूर्ण है Interaction और ये Information highway का तीसरा Pillar है। मैं मानता हूं कि Interaction से सरकार और नागरिकों के बीच एक emotional connect भी स्थापित होता है ।

Information highway का चौथा Pillar है- ‘Act’। सवाल-सुझाव-संवाद के बाद अगर Action में कमी रह जाए, तो सारी मेहनत व्यर्थ जानी तय है। GST के दौरान भी आपने देखा होगा कि कैसे शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए नए नियम बनाए गए और नियमों में बदलाव भी किया गया । Information Highway का पाँचवाँ स्तंभ है- Inform। सरकार का कर्तव्य है कि वो नागरिकों को अपने Actions के बारे में सही सूचना दे। इसलिए Information को real-time उपलब्ध कराने के लिए DashBoard के माध्यम से लोगों को योजनाओं के बारे में अपडेट देने का काम पहली बार इसी सरकार ने किया है । आज भारत तेजी के साथ digitally empowered society की ओर बढ़ रहा है। IT का इस्तेमाल न सिर्फ प्रक्रियाओं को आसान बनाने के लिए किया जा रहा है बल्कि इस तकनीक ने transparency और quality of service भी सुनिश्चित की है ।