सहकारिता की भावना ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए कारगर

सहकारी संस्थाओं से प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने मधुमक्खी पालन कर मधु क्रान्‍ति और समुद्री शैवाल की खेती कर नीली क्रान्‍ति लाने का आह्वान किया है । श्री मोदी ने कहा कि कृषि के इन नये क्षेत्रों में अपार संभावनाएँ हैं । किसानों की अपनी आमदनी दोगुनी करने के लिए नयी कृषि नीति आधारित व्यापार करने चाहिए, यह उन्नति के लिए समय की जरूरत है । प्रधानमन्त्री ने 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लिए इसे प्रभावी कदम के साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए कारगर बताया ।

सहकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने सहकारिता की भावना पर बल देते कहा कि इससे न सिर्फ आप अधिक लाभ अर्जित करेंगे वरन् आप मजबूत होंगे । सहकारिता के नेतृत्वकर्ता लक्ष्मण माधव राव इनामदार की सौंवी जयंती पर यह सम्मेलन महाराष्ट्र में आयोजित किया गया । सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के अनेक क्षेत्रों में सहकारिता सफल हो सकती है । सहकारिता से ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है । इस अवसर पर सहकारी संस्थाओं की मजबूती पर केन्‍द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि केन्‍द्र सरकार ने सहकारी संस्‍थाओं को 29 हजार करोड़ रुपये दिए हैं।