प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि सरकार का उद्देश्य पूर्वोत्तर क्षेत्र को दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए मुख्य द्वार के रूप में विकसित करना है और समग्र क्षेत्र के विकास के लिए भारी निवेश किया जा रहा है। श्री मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आज शिलांग में भारत सेवाश्रम संघ के शताब्दी समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने स्वच्छता को प्रत्येक व्यक्ति के लिए एक चुनौती बताया और कहा कि लोगों और सेवाश्रम संघ जैसी संस्थाओं को स्वच्छता अभियान चलाने के लिए राज्य सरकार और उसकी एजेंसियों के साथ मिलकर काम करना चाहिए।
सत्ताग्रह आंदोलन के साथ-साथ ही महात्मा गांधी ने लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक भी किया था। पिछले महीने चंपारण सत्याग्रह की तरह ही देश में स्वच्छाग्रह अभियान की शुरूआत की गई है। आजादी के लिए सत्याग्रह तो भारत के उज्जवल भविष्य के लिए स्वच्छाग्रह यानि स्वच्छता के प्रति आग्रह। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में संतुलित विकास नहीं हुआ है। उनकी सरकार क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए संपर्क और विकास पर जोर दे रही है। 40 हजार करोड़ के निवेश से उत्तर-पूर्व में रोड-इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है। रेलवे से जुड़े 19 बड़े प्रोजेक्टस शुरू किये गये हैं, बिजली की व्यवस्था सुधारी जा रही है। पूरे इलाकों को टूरिज्यम के दृश्य से मजबूत किया जा रहा है। बहुत जल्द ही उत्तर पूर्व को उड़ान योजना से भी जोड़ा जाएगा। ये सारे प्रयास नार्थईस्ट को साऊथ ईस्ट एशिया का गेटवे बनाने में मदद करने वाले है।