कविता-  मतदान

जयति जैन ‘नूतन’


मतदान करने जा तो रहे हो
पर इतना ध्यान धरना ।
साम दाम दंड भेद
काम है शैतान का
बस इससे ही तुम बचना ।
सौ सही मगर चार गलत हों
काम जिनके सो विचार करना,
एक सही औऱ सौ गलत हों
ऐसे कामगार से डरना ।
ऊंची ऊंची बाँचें जो
उनकी ना तुम सुनना
नेक राह जो चल रहे हों
उनकी ही पग धरना ।
मतदान करने जा तो रहे हो
पर इतना ध्यान धरना ।