आरती जायसवाल
कथाकार, समीक्षक
मातृभूमि ‘भारत महान’
सदैव हमको अभिमान रहे!
वीरों की,देवों की धरती ,
होंठों पे सदा गुणगान रहे!
सर्वधर्म समभाव रहें,
एक दूजे का सम्मान रहे!
स्वतंत्रता पर गर्व करें,
वीरों का अमर बलिदान रहे!
हर घर में तिरंगा लहराएं,
‘हर दिल में हिंदुस्तान रहे!’
चहुँ ओर बढ़ें,नित नया गढ़ें
जीत का परचम लहराएं !
प्रगति के पथ पर रहे अग्रसर,
विजयी विश्व महान रहे!
जय गूंजे दशों दिशाओं में,
भारत माता की हो जय-जय
धरती से लेकर अंबर तक
अपने तिरंगे की शान रहे!