मेरे मां-बाप

मैंने हार मान ली,
पर मेरे मां-बाप ने नहीं मानी
लोग जो मर्जी कहें पर,
मेरे मां-बाप मेरी हर मुश्किल में 
साथ हैं। 
पापा ने चलना सिखाया,
मां ने हंसना सिखाया,
मेरे मां-बाप ने मुझे जिंदगी
की हर जंग का 
सामना करना सिखाया। 
बिखरते-बिखरते समेटा है मुझे, 
गिरते-गिरते संभाला है मुझे,
रोते-रोते हंसाया है मुझे,
लोगों से जलकर नहीं 
अपनी मेहनत से 
आगे बढ़ना सिखाया है,
मेरे मां-बाप ने मुझे।

संजना, कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश