रंगपञ्चमी पर हँसते-गुदगुदाते कार्यक्रम का आयोजन

जबलपुर :- किसी ने याद की शादी के बाद की पिया के संग पहली होली, तो किसी ने धोखे से खिलाई भांग को खाकर बेसुध होकर की हरकतों का जिक्र किया, तो किसी ने देवर और जीजा जी के साथ मनाई होली की ठिठोली के गुदगुदाते संस्मरणों को साझा किया।अवसर था हिंदी लेखिका संघ जबलपुर द्वारा ऑनलाइन आयोजित रंगारंग कार्यक्रम का। कविता, फाग गीत, पारंपरिक बुंदेली होरी गीतों एवं मधुर संस्मरणों से सजे इस आयोजन में संघ के सदस्यों को शानदार टाइटिल्स से भी नवाजा गया।

कवयित्री एवं गीतकार डॉ भावना शुक्ला दिल्ली और श्रीमती मिथलेश बडगैया के विशिष्ट आतिथ्य में संघ अध्यक्ष श्रीमती अर्चना मलैया ने सभी का स्वागत करते हुए प्राचीन काल की राजसी होली के बारे में बताया। डॉ कामना तिवारी श्रीवास्तव के सधे संचालन में डॉ राजलक्ष्मी शिवहरे, प्रार्थना अर्गल, डॉ अंबर प्रियदर्शी, अलका मधु सूदन पटेल, चंद्र प्रकाश वैश्य, निर्मला तिवारी, डॉ शोभा सिंह छाया सक्सेना, उमा मिश्रा प्रीति, राजकुमारी रैकवार, डॉ मुकुल तिवारी, अस्मिता शैली, रेखा चौधरी, डॉ आशा श्रीवास्तव, सिद्धेश्वरी सराफ, विनीता पैगवार, डॉ गीता गीत, प्रभा श्रीवास्तव बच्चन, उमा पिल्लै, अर्चना गोस्वामी ने अपनी रसभरी अभिव्यक्ति से पटल को सराबोर किया। सहयोग उमा मिश्रा प्रीति का रहा एवं आभार प्रदर्शन श्रीमती अर्चना गोस्वामी ने किया।

आयोजन के अंत मे रेखा चौधरी ने सभी को डिजिटल गुलाल लगा कर स्वादिष्ट जलपान कराया l टाइटिल श्रीमती चन्द्रप्रकाश वैश्य जी के द्वारा बनाए गए थे l