नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के कट्टर समर्थकगण! सामर्थ्य हो तो उत्तर दें-

◆ नरेन्द्र मोदी ने ‘पदक’ पाने के बाद उन्हीं पहलवानो की पीठ ठोंकी थी और उनके प्रति सम्मानबोधक विचार भी व्यक्त किये थे, जिन्होंने अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर स्वर्णपदक, रजतपदक तथा काँस्यपदक जीतकर ‘देश’ की प्रतिष्ठा की थी और अब, भारतीय जनता पार्टी के एक सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह-द्वारा जघन्य कृत्य करने के आरोप लगाये हैं। जब ये सभी पहलवान दो भागों मे अपना विक्षोभप्रदर्शन करते रहे और नरेन्द्र मोदी से ‘न्याय’ करने की पुकार करते रहे; अब भी कर रहे हैं तब नरेन्द्र मोदी न तो इन पहलवानो से मिले ही; न मिलने के लिए समय ही दिये थे/हैं और न ही ‘टेलीफ़ोनिक’ वार्त्ता करके इनके साथ न्याय कराने का आश्वासन ही दिया था/है। क्या यह प्रधानमन्त्री समदर्शी हैं?

भारतीय जनता पार्टी के मन्त्री अनुराग ठाकुर ने बजरंग पुनिया के पदक जीतने पर कितनी बड़ी-बड़ी बातें की थीं, नीचे प्रमाण है; परन्तु असंतुष्ट पहलवानो से वार्त्ता तक नहीं की। क्या काग़ज़ पर केन्द्र और व्यवहार मे भारतीय जनता पार्टी के इस मन्त्री का यह चरित्र शोभनीय है?

देश मे सरकार चलानेवाले और उनका संग-साथ देनेवाले अभी तक मौन क्यों हैं?

‘माफ़िया को मिट्टी मे मिलानेवाले’ की बात करनेवाले बृजभूषण सिंह को ‘महात्मा’ सिद्ध करना चाहते हैं क्या?

(सर्वाधिकार सुरक्षित― आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज; २९ अप्रैल, २०२३ ईसवी।)