राष्ट्रीय पक्षी का अंतिम संस्कार कर समाजसेवी आशीष पासी बने मानवता और इंसानियत की मिसाल

ब्रेकिंग न्यूज़ कौशांबी

जहाँ लोगों को नजर हटाने की फुरसत नहीं हैंं वहीं इंसानियत के पुजारी के रूप मेें समाजसेवी आशीष पासी जैैसे लो भी हैैं ।

कौशांबी जनपद के सेलरहा पूरब के सामने मंझनपुर रोड पर तड़प रहे राष्ट्रीय पक्षी मोर पर समाज सेवी आशीष पासी व उनके दो अन्य साथियों की नजर पड़ते ही वह रुक गए । जब वहाँ पहुँचे तो देखा कि उस पक्षी की जान जा चुकी थी ।

समाजसेवी आशीष पासी ने प्रशासनिक अधिकारियों को सूचित किया और उनकी मौजूदगी में नजदीकी गांव से एक फावड़ा मंगवा कर डायल 112 के कर्मचारियों व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की देखरेख में उस राष्ट्रीय पक्षी मोर को ले जाकर गड्ढा खोदकर अंतिम संस्कार किया ।

आज कल लोग जहां इंसानियत और मानवता जैसी भावनाओ को मात्र केवल शब्द समझते हैं, वहीं दूसरी तरफ समाजसेवी आशीष पासी ने एक मिसाल कायम की है। वास्तव में आशीष पासी एक ऐसे समाजसेवी है जो पृथ्वी में जन्मे सभी समुदाय व जीव जंतुओं से प्रेम करते है । उनके दिल मे हर प्राणी व जीव के लिए दर्द है। इस दुखद घड़ी में आशीष पासी समाज सेवी, सुनील पासी मलाक निंदूरा निवासी उपस्थित रहे और डायल 112 के पुलिस कर्मचारी व अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।