मोदी सरकार की “पॉवर फॉर आल” विद्युतीकरण योजना को मुँह चिढ़ाता एक दलित बाहुल्य गांव

कछौना (हरदोई): आजादी के 71 वर्ष बीत जाने के बाद भी विकासखंड कछौना की ग्राम सभा निर्मलपुर का ग्राम फार्मखेड़ा विद्युतीकरण से वंचित है। जिससे ग्रामीण आज भी अंधेरे में जीने को विवश हैं। ग्रामीणों ने ग्राम में विद्युतीकरण के लिये क्षेत्रीय विधायक रामपाल वर्मा से मांग की है।

ग्रामीणों रोहन लाल, रामनरेश, कामताप्रसाद, अरुण कुमार, प्रदीप कुमार, शिवराम वर्मा आदि ने दिए गए पत्र में बताया है कि ग्राम फार्मखेड़ा विद्युतीकरण से वंचित है। ग्राम की आबादी दलित बाहुल्य है। विद्युतीकरण न होने के कारण ग्राम का सर्वांगीण विकास नहीं हो पा रहा है। पूर्ववर्ती सरकार व वर्तमान सरकार द्वारा गांव में विद्युतीकरण के लिए अभी तक कोई प्रयास नहीं किया गया है। जबकि वर्तमान सरकार “पॉवर फॉर आल” को अपना आधार बनाकर युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है। इसके बाद भी यह गांव विद्युतीकरण से वंचित है। रामलखन, अर्जुन पाल, विजयपाल आदि ने बताया कि नौनिहाल बच्चें आज भी दिए की रोशनी में पढ़ाई करने को विवश हैं, वहीं किसानो की समुचित तरीके से सिंचाई भी प्रभावित होती है। ग्रामीणों ने दर्जनों बार पत्र के माध्यम से जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से गांव में विद्युतीकरण की मांग की। परंतु किसी ने भी इस समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया। सरकारें बदलती गईं लेकिन ग्रामीणों को निराशा ही हाथ लगती रही। हमारा गांव कब रोशन होगा? इस पर 70 वर्षीय बुजुर्ग कल्लू की आंखें भर गईं, बोले क्या हम जैसे बुजुर्गों को अपनी जिंदगी में इस गांव में बल्ब की रोशनी देख पाने की मंशा पूरी होगी? इस संबंध में अधीक्षण अभियंता विपिन जैन ने बताया कि इस गांव को सौभाग्य योजना के तहत सूची में शामिल करके शीघ्र ही विद्युतीकरण कराया जायेगा।


रिपोर्ट- पी० डी० गुप्ता