यूपी इंवेस्टर्स समिट के दूसरे और अन्तिम दिन समापन समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार औद्योगिक सुरक्षा मजबूत कर रही है और राज्य में कारोबार को आसान बनाने के लिए कदम उठा रही है । कल लखनऊ में दो दिवसीय उत्तर प्रदेश निवेशक सम्मेलन में श्री कोविंद ने कहा कि राज्य को विकास की दिशा देने में इस सम्मेलन का आयोजन महत्वपूर्ण कदम है ।
उत्तर प्रदेश में पूंजी लगाने के लिए निवेशकों ने जो उत्साह दिखाया है, उसके काफी स्पष्ट कारण है । देश की सबसे बड़ी राज्य अर्थव्यवस्था बनने की पूरी क्षमता देश की सबसे बड़ी श्रम शक्ति और उपभोक्ताओं की संख्या वाले इस प्रदेश में है । भारत के विकास को उत्तर प्रदेश के विकास से ही पूर्णता मिलेगी । साढ़े चार लाख करोड़ रुपए निवेश के सहमति पत्रों पर यूपी इंवेस्टर्स समिट के दो दिन के सम्मेलन में हस्ताक्षर किए गए । मुख्यमंत्री योगी योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर कहा कि यह उत्तर प्रदेश के इतिहास में एक नई शुरुआत का क्षण है ।
अपने संबोधन में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि भूमंडलीकरण के इस दौर में हर राज्य को खुद को निवेश के केंद्र के रूप में स्थापित करना होगा । रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि 20 हजार करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाले डिफेन्स कॉरीडोर हब में पी.पी.पी. मॉडल के तहत एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश होगा । केन्द्रीय सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा को आई.टी. सेक्टर के प्रमुख केन्द्र के तौर पर विकसित करने का एलान किया और कहा कि सरकार अब बीपीओ सेक्टर को टायर-2 और टीयर-3 श्रेणी के शहरों में ले जा रही है, ताकि छोटे शहरों के युवाओं को भी रोजगार मिल सके ।