सरकारी सैलरी लेकर कड़ा सीएचसी प्रभारी सीएचसी की जगह प्राइवेट अस्पताल में देखते हैं मरीज़

Corruption Feature IV24

कौशाम्बी : सरकार से लाखो रुपये महीने की सैलरी लेने के बाद भी सरकारी डॉक्टर सरकारी अस्पताल में मरीज न देख कर प्राइवेट अस्पताल में मरीजो को इलाज कराने में मजबूर कर रहे हैं।

मामला कौशाम्बी जिला के कड़ा सीएचसी का है ।जहाँ के सीएचसी प्रभारी नीरज सिंह सरकारी अस्पताल में मरीज न देखने के बजाए थुलगुला में एक प्राइवेट अस्पताल में बैठते हैं। साथ ही सरकारी अस्पताल में पहुचने वाले गरीब मरीजो को प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराने के लिए मजबूर किया जा रहा है। जहाँ पर गरीब मरीजो से मोटी रकम वसूली जाती है। जब मीडिया कर्मियो ने डॉक्टर साहब से सरकारी अस्पताल में न बैठ कर प्राइवेट अस्पताल में बैठकर मरीज देखने का प्रश्न किया तो सफाई देते हुए उन्होंने बताया कि वो अस्पताल में मरीजो का कोरोना चेक करने आये है। लेकिन आप ये तस्वीर देख कर खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि डॉक्टर साहब कोरोना चेक कर रहे हैं या अस्पताल में बैठ कर मरीज देख रहे है। हांलाकि बाद में डॉक्टर साहब मीडिया कर्मियों के सामने ही कोरोना किट मंगा कर मरीजो का कोरोना टेस्ट करने लगे। सीएचसी प्रभारी के प्राइवेट अस्पताल में बैठकर इलाज करने के मामले में जब सीएमओ कौशाम्बी पी ए चतुर्वेदी से बात की गई तो वीडियो की जांच कर कार्यवाही की बात कही गई है।

कौशाम्बी से जिला ब्यूरो चीफ एम डी मौर्य की रिपोर्ट