
पेरिस क्लब के 22 देशों ने श्रीलंका को ऋण संकट से उबारने के लिए 10 साल की मोहलत देने और 15 साल के ऋण पुनर्गठन का प्रस्ताव रखा है।
इन देशों ने अन्य देशों से भी श्रीलंका की मदद करने को कहा है। हालांकि चीन या भारत को औपचारिक रूप से ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं मिला है।
इस बीच श्रीलंका के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष-आईएमएफ से मदद हासिल करने की दिसंबर की समय सीमा खत्म होने जा रही है। ऐसे में आईएमएफ से आगे कोई वित्तीय पैकेज प्राप्त करने तक उसे कुछ फंड की आवश्यकता पडे़गी।
श्रीलंका पहले ही 51 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज नहीं चुका पाया है। हालांकि भारत की ओर से उसे चार अरब डालर की आपात आर्थिक सहायता दी जा चुकी है।