जिलाधिकारी से प्राइवेट स्कूलों की शिकायत पर सिटी मजिस्ट्रेट ने मारा छापा

कई अव्यवस्थाएं व अनियमितताएं मिलने पर प्राइवेट स्कूल हुआ सीज

 रिपोर्ट- पी. डी. गुप्ता


कछौना(हरदोई): क़स्बा निवासी मनमोहन शुक्ला ने जिलाधिकारी से शिकायत की कि विकास खंड कछौना में मानकों को ताक पर रखकर सैकड़ों विद्यालय संचालित हैं। जिनकी सरकार द्वारा मान्यता हिंदी माध्यम की है परंतु उस मान्यता की आंड़ में स्कूल संचालक अंग्रेजी माध्यम व कान्वेंट स्कूल के नाम से व्यवसायिक दुकानें चला रहे हैं। जिनका पाठ्यक्रम भी प्राइवेट कंपनियों की किताबें महंगी दरों पर पुस्तक विक्रेता से सांठ-गांठ करके चला रहे हैं तथा कई विद्यालय अपने ही स्कूल से छात्रों को सारी पुस्तकों के साथ कापियां भी सस्ते दामों (50 से 60 प्रतिशत मार्जिन) पर लेकर ऊँचें दामों पर दे रहे हैं। वहीं छात्रों को लाने व ले जाने हेतु मानक विहीन डग्गामार वाहनों का भी प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है। जिस पर जिलाधिकारी ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सिटी मजिस्ट्रेट को इसकी जांच के लिए आदेशित किया। जिस पर सिटी मजिस्ट्रेट वन्दिता श्रीवास्तव ने गुरुवार को नगर के चौराहे पर स्थित सनशाइन कानवेंट स्कूल में औचक निरीक्षण किया जिसमें काफी अव्यवस्था व अनियमितताओं पर विद्यालय को संकुल प्रभारी शैलेंद्र कुमार सिंह व खंड शिक्षा अधिकारी वी०एन०पाठक की उपस्थिति में सीज कर दिया। इस कार्यवाही से शिक्षा माफियाओं में हड़कंप मच गया और कई शिक्षा माफिया अपने-अपने विद्यालय बंद करके रफूचक्कर हो गए।

सिटी मजिस्ट्रेट के निरीक्षण में सनशाइन कानवेंट स्कूल में काफी अव्यवस्थाएं मिलीं। मौके पर विद्यालय अभिलेखों के अनुसार विद्यालय कक्षा 9 तक संचालित होते मिला। सिटी मजिस्ट्रेट के द्वारा विद्यालय के रजिस्टर, रिजल्ट कार्ड, लगाई गई मैजिक गाड़ियों का रिकॉर्ड, अध्यापकों का उपस्थिति रजिस्टर, अध्यापकों का वेतन रजिस्टर, गुप्ता पुस्तक भंडार के सैकड़ों प्रचारित कार्ड, दुकानदार के कार्ड मौके पर बरामद किए जिन्हें वह अपने साथ ले गईं। वहीं मौके पर अभिलेखों में दर्ज प्रधानाचार्य रामशरण वर्मा नदारद थे। विद्यालय भवन के कक्षों की स्थिति काफी खराब थी। छोटे-छोटे कमरों की स्थिति से विद्यालय भवन मुर्गी खाना लग रहा था। सिटी मजिस्ट्रेट के द्वारा कड़ी कार्रवाई करते हुए विद्यालय को तुरन्त सीज कर दिया गया तथा नगर में संचालित हो रहे अन्य प्राइवेट स्कूलों का भी इसी तरह औचक निरीक्षण करने को कहा।

विकासखंड कछौना में परिषदीय मान्यता प्राप्त 92 स्कूल संचालित हैं। जिसमें 24 विद्यालय मान्यता को ताक पर रखकर गलत तरीके से कक्षाएं संचालित कर रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार हथौड़ा रोड रेलवेगंज स्थित लाला भभूती प्रसाद जूनियर स्कूल व कान्वेंट स्कूल, बाल शिक्षा निकेतन की मान्यता कक्षा 5 तक है लेकिन कक्षाएं 10 तक संचालित की जा रही हैं। रामकुमार पब्लिक स्कूल की मान्यता कक्षा 5 तक है किंतु संचालित कक्षा 10 तक है। परवन सिंह पब्लिक स्कूल की मान्यता कक्षा 5 तक है किंतु संचालित कक्षा 8 तक है। तकिया सुठेना स्थित एम. आई.(मदरसा इशाकिया) पब्लिक स्कूल की मान्यता कक्षा 5 तक है लेकिन संचालित कक्षा 10 तक है। एम.के.डी. पब्लिक स्कूल की मान्यता कक्षा 5 तक किंतु संचालित कक्षा 12 तक है। इसी प्रकार संगीता सरस्वती शिशु मंदिर की मान्यता कक्षा 5 तक है लेकिन संचालित कक्षा 10 तक है। वहीं कई विद्यालय तो बिना मान्यता के ही संचालित हैं। जिनको लेकर खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा 24 विद्यालयों को नोटिस भी जारी की गई। इस औचक निरीक्षण से प्राइवेट विद्यालयों की खुली पोल। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नौनिहाल छात्रों के भविष्य के साथ कितना बड़ा खिलवाड़ किया जा रहा है। इस कार्यवाही से नगर के शिक्षा माफियाओं में हड़कंप मच गया।