राजनैतिक दलों की आय और व्यय पर एडीआर के आंकड़े

एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल इन क्षेत्रीय दलों ने 435.48 करोड़ रुपये खर्च किए। वर्ष के दौरान इनमें से 17 दलों ने दिखाया कि इस दौरान उनकी आय 114.45 करोड़ (जो खर्च नहीं हुई) रुपये रही। सपा ने 2016-17 में सबसे अधिक आय (82.76 करोड़) दर्ज की जो क्षेत्रीय पार्टियों की आय का 25.78 प्रतिशत है। उसके बाद तेलुगु देशम पार्टी यानी तेदेपा (72.92 करोड़ रुपये) और अन्नाद्रमुक (48.88 करोड़ रुपये) का स्थान है। जिन 16 क्षेत्रीय दलों की 2016-17 की ऑडिट रिपोर्ट चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं है उनमें आम आदमी पार्टी (आप), और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) जैसे प्रमुख दल शामिल हैं ।

13 दलों की आय में बढ़ोत्तरी में शामिल 32 क्षेत्रीय दलों में से 14 ने अपनी आय में वर्ष के दौरान 2015-16 की तुलना में गिरावट दर्शाई है जबकि 13 दलों ने आय में वृद्धि दिखाई है। पांच क्षेत्रीय दलों ने चुनाव आयोग में आयकर रिटर्न (आईटीआर) जमा नहीं किया है। आईटीआर जमा करने वाले 27 क्षेत्रीय दलों की आय 2015-16 में 291.14 करोड़ से बढ़कर 2016-17 में 316.05 करोड़ रुपये हो गई है। वहीं पांच क्षेत्रीय पार्टियां ऐसी हैं जिन्होंने निर्वाचन आयोग में अपनी आयकर रिटर्न की डीटेल जमा नहीं कराई। इन पार्टियों में केरल कांग्रेस मणि शामिल, भारतीय राष्ट्रीय लोकदल, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी, ऑल इंडिया युनाइटेड डेमोक्रैटिक फ्रंट और जम्मू एवं कश्मीर पीपल्स डेमोक्रैटिक पार्टी शामिल हैं।