राघवेन्द्र कुमार राघव-
केन्द्रीय मानव संसाधन राज्यमन्त्री उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) की ओर से हरदोई जिले के समुखा में एक इण्टर कॉलेज में सदस्यता कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का आयोजन रालोसपा के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष श्री राजेश द्विवेदी की ओर से किया गया, जिसके संयोजक श्री आनन्द कुमार द्विवेदी रहे । कार्यक्रम में युवाओं की अच्छी भागीदारी देखने को मिली । कार्यक्रम की अध्यक्षता रालोसपा की छात्र इकाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल सिंह ने की ।
पार्टी की छात्र इकाई के राष्ट्रीय महासचिव विश्वजीत मिश्र ने कार्यक्रम को सम्बधित करते हुए कहा कि जब तक युवा सबल नहीं राष्ट्र कमजोर है । युवाओं को सबल बनाने के लिए शिक्षा तन्त्र का सबल होना जरूरी है । हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशानुसार पार्टी की ओर से शिक्षा सुधार आन्दोलन चलाया जा रहा है । हमारी पार्टी भाजपा के साथ एनडीए गठबन्धन में शामिल है लेकिन हम समाज की भलाई से जुड़े मुद्दों पर सड़क पर उतरने में भी परहेज नहीं करेंगे । श्री मिश्र ने कहा कि धर्म की न जाति की, जरूरत है जमात की । आगे कहा कि यदि हम इकट्टठा हो गए तो शैक्षिक सुधारों में वक्त नहीं लगेगा । कार्यक्रम में जनता को सम्बोधित करते हुए छात्र इकाई के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतेश सिंह ने कहा कि रालोसपा 2019 में आपके सामने एक विकल्प के रूप में होगी । छात्र सभा के राष्ट्रीय सचिव चितरंजन सिंह, प्रदेश सचिव अमरीश मौर्य, छात्र सभा के रायबरेली अध्यक्ष कमलेन्द्र सिंह के साथ ही स्थानीय ज्ञानेन्द्र द्विवेदी आदि ने भी अपने – अपने विचार रखे । नवनियुक्त जिलाध्यक्ष राजेश द्विवेदी ने कहा कि जनता रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही है लेकिन भ्रष्टाचार और प्रशासनिक समस्याएं उसे पंगु बना रही हैं । मैं रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की ईमानदारी से प्रेरित होकर ही इस पार्टी में शामिल हुआ हूँ । मैं हमेशा प्रयास करूंगा कि सभी के सहयोग से आप की सेवा कर सकूँ ।
कार्यक्रम के आखिर में अध्यक्षीय उद्बोधन में रालोसपा की छात्र इकाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल सिंह ने पहले सभी उपस्थित लोगों को नवरात्र की शुभकामनाएं दीं औरफिर कहा कि अब समय आ गया है कि आप अपने हक़ के लिए लड़ना शुरू कर दें । हमारी पहली लड़ाई शिक्षा में सुधारों के लिए होगी । आज विद्यालयों में सही और गलत की शिक्षा देने वाले रहे ही नहीं हैं जबकि शिक्षा असल अर्थ सही और गलत में विभेद करना ही है । जब हम सही और गलत जान ही नहीं पाएंगे तो सही राह कैसे चलेंगे । आज हम सिर्फ कॉम्पटीशन की ओर भाग रहे हैं । इस भाग-दौड़ में हम अंधेरों में गुम हो रहे हैं । यह सब बन्द होना चाहिए । शिक्षा में सुधार वक्त की सबसे बड़ी जरूरत है । कार्यक्रम में कौशल कुमार, क्षेत्र पंचायत सदस्य आलोक द्विवेदी, के साथ ही सैंकड़ों लोग मौजूद रहे ।