आइए! मिलते हैं, महामानव नरेन्द्र मोदी से

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीतिविज्ञान मे स्नातकोत्तर की उपाधि-प्राप्त, विकास-पुरुष, दिव्य मानव तथा अलोकिक शक्ति से परिपूर्ण नरेन्द्र मोदी प्रतिमाह लगभग १ लाख ६० हज़ार रुपये ‘बेसिक सैलरी’ के रूप मे लेते हैं। इसके अतिरिक्त व्यय भत्ता ३,००० रुपये तथा सांसद्-भत्ता ४५ हज़ार रुपये ग्रहण करते हैं; साथ ही प्रतिदिन २,००० रुपये भत्ता लेते हैं, जो प्रतिमाह ६१ हज़ार रुपये होता है। इनके अतिरिक्त अघोषित सुविधा-साधन, दान-अनुदान आदिक की सूची बहुत लम्बी है।

अब प्रश्न है, “आगे नाथ ना पीछे पगहा” को जी रहे-भोग रहे नरेन्द्र भाई मोदी को देश मे परिव्याप्त आर्थिक दुष्काल मे इतने रुपयों की कैसी आवश्यकता? वे मात्र एक रुपया भी लेते हैं तो भी राजकीय ठाट-बाट के साथ उनका पोषण करनेवाले एक-से-बढ़कर-एक उद्योगपति हैं।

नरेन्द्र मोदी को चाहिए कि उन्हें प्रतिमाह जो अकूत धनराशि और सम्पत्ति प्रत्यक्ष-परोक्ष मिलती आ रही है, उसका परित्याग कर, देशहित मे व्यय करें। इससे वे एक ‘त्यागी’ पुरुष की भी उपाधि पा सकते हैं।

प्रश्न है, क्या वे वैसा करेंगे?

[◆ यदि उल्लेख की गयी धनराशि मे संशोधन की सम्भावना बनती हो तो कृपया मेरा (यहाँ ‘मेरी’ का प्रयोग अशुद्ध है।) भूल-सुधार करें।]

● सर्वाधिकार सुरक्षित– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज; २० जून, २०२२ ईसवी।