कृषक ऋण मोचन योजना में अव्वल रहने के बाद द्वितीय चरण की कवायद शुरू

शासन की महात्वाकांक्षी कृषक ऋण मोचन योजना के अन्तर्गत प्रथम चरण मे 33508 कृषकों के ऋण मोचन कार्यवाही को अन्तिम रूप देकर जनपद को प्रथम स्थान दिलाया गया। द्वितीय चरण का कार्य भी प्रारम्भ कर दिया गया है। जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने कहा कि अधिकारियों एवं कर्मचारियों  के रात दिन परिश्रम का ही परिणाम है कि ऋण मोचन योजना के प्रथम चरण मे सर्वाधिक कृषक ऋण मोचन करने वाला जनपद बना। इसके लिये उन्होने सभी अधिकारियों, कर्मचारियों एवं बैंकर्स के प्रति आभार व्यक्त किया है। साथ ही उन्होने यह भी कहा कि द्वितीय चरण के कार्य को भी युद्ध स्तर पर लिया जाये तथा समयान्तर्गत ऋण मोचन संबन्धी समस्त औपचारिकतायें पूर्ण कर ली जाये। जिलाधिकारी ने बताया कि द्वितीय चरण के अन्तर्गत डी0एल0सी0 स्तरीय लंबित 16216 प्रकरण तथा आधार रहित 35838 प्रकरणों को प्राथमिकता के साथ लेना है। 33838 कृषक जो आधार रहित है जिन्हे प्रथम चरण मे नही लिया गया था, के शिविरो के माध्यम से आधार बनवाने के निर्देश दिये गये ताकि इन कृषको को द्वितीय चरण मे शामिल कर इनका ऋण मोचन किया जा सके। इसी प्रकार डी0एल0सी0 स्तरीय लंबित 16216 प्रकरण जो कि तहसील अथवा बैंक रिपोर्ट की भिन्नता के कारण लंबित है को भी डी0एल0सी0 स्तर पर निर्णय लेकर द्वितीय चरण मे शामिल किया जायेगा। इसके अतिरिक्त 4 हजार ऐसे प्रकरण है जिनके शपथ पत्र अधूरे हैं, 393 प्रकरणो का डाटा पेडिंग है पर भी मंथन कर द्वितीय चरण स्वीकृत किया जायेगा। जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने सभी उप जिलाधिकारियों से कहा कि जिस प्रकार प्रथम चरण मे सुचिता पूर्वक कार्य किया गया। किसी भी प्रकार की शिकायत नही प्राप्त हुई ठीक उसी प्रकार दूसरे चरण का कार्य भी संपादित करायें। कार्य अभी से प्रारम्भ कर दें ताकि पोर्टल खुलते ही अपलोडिंग का कार्य प्रारम्भ हो जाये।